‘डिजिटल’ हुई बाबा रामदेव की दुकान, पतंजलि की नई टैग लाइन ‘हरिद्वार से हर द्वार तक’

योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि अब डिजिटल हो गई है। इस कंपनी के प्रोडक्‍ट अब आप घर बैठे मंगा सकते हैं। जानिए क्‍या है बाबा का ई कॉमर्स प्‍लान।

New Delhi Jan 16 : योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के प्रोडक्‍ट्स पर यकीन करने वालों के लिए अच्‍छी खबर है। बाबा रामदेव की कंपनी अब डिजिटल हो गई है। मार्केटिंग की दुनिया में तहलका मचाने वाली इस कंपनी के प्रोडक्‍ट अब आपको घर बैठे भी मिल सकेंगे। बहुत ही कम वक्त में एफएमसीजी मार्केट में फर्राटा भरने वाली योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी ने अब पतंजलि को नए मुकाम पर पहुंचाने के लिए ई कॉमर्स कंपनियों से करार कर लिया है। इसके बाद बाबा रामदेव ने अपनी कंपनी की नई टैग लाइन ‘हरिद्वार से हर द्वार तक’ भी जारी किया। यानी रामदेव अब अपनी डिजिटल दुकान के जरिए पतंजलि के प्रोडक्‍ट घर-घर पहुंचाएंगे। जाहिर ऐसे में उनकी कंपनी का बिजनेस बढ़ना तय है। मार्केटिंग की दुनिया से जुड़े लोगों की निगाहें अब पतंजलि की ऑनलाइन बिक्री पर टिक गई है। देखना होगा कि ‘हरिद्वार से हर द्वार तक’ का ये अभियान क्‍या कमाल दिखाता है।

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दरअसल, मंगलवार को योगगुरु बाबा रामदेव और पतंजलि ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने इस प्‍लान का खुलासा किया। बाबा रामदेव ने बताया कि पतंजलि के प्रोडक्‍ट्स की ऑनलाइन बिक्री के अभियान को ‘हरिद्वार से हर द्वार तक’ का नाम दिया गया है। इस प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन दिल्‍ली में किया गया था। जिसमें पतंजलि के मैनेजिंग डायरेक्‍टर और सीईओ आचार्य बालकृष्ण के अलावा ई कॉमर्स कंपनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। रामदेव ने बताया कि पतंजलि ने अपने प्रोडक्‍ट्स की ऑनलाइन बिक्री के लिए कई ई कॉमर्स कंपनियों के साथ समझौता किया है। पतंजलि का ये करार ऐमजॉन, फ्लिपकार्ट, पेटीएम मॉल, ग्रोफर्स, बिगबास्केट जैसी बड़ी और जानी-मानी ई कॉमर्स कंपनियों से हुआ है। इसके अलावा शॉपक्लूज और नेटमेड्स से भी पतंजलि ने करार किया है। यानी अब आप इन ई कॉमर्स कंपनियों के जरिए पतंजलि के प्रोडक्‍ट्स घर बैठे बुक करा सकते हैं।

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योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने अपने इस नए अभियान ‘हरिद्वार से हर द्वार तक’ का टारगेट भी सेट कर दिया है। कंपनी ने ई कॉमर्स कंपनियों के जरिए हर साल करीब एक से दो हजार करोड़ रुपए तक के प्रोडक्‍ट्स बेचने का टारगेट सेट किया है। पतंजलि को अनुमान है कि शुरुआत में ई कॉमर्स कंपनियों के जरिए उसे बहुत अच्‍छा बिजनेस नहीं मिलेगा। शुरुआती दौर में ई-कॉमर्स प्‍लेटफार्म के जरिए उसके प्रोड्क्‍टस की बिक्री करीब दस से 15 फीसदी के बीच ही रहने का अनुमान है। लेकिन, धीरे-धीरे ये रफ्तार बढ़ेगी। पतंजलि को पूरा अनुमान है कि वो अपने इस टारगेट को तय वक्‍त में ही पूरा कर लेगी। वहीं योग गुरु बाबा रामदेव का कहना है कि पतंजलि की मौजूदा प्रोडक्‍शन कैपेसिटी सालाना 30 हजार करोड़ रुपए के उत्‍पाद की है। जिसे इस साल बढ़ाकर पचास हजार करोड़ कर दिया जाएगा। बाबा अपनी कंपनी की इस रफ्तार को रोकने के मूड में नहीं हैं।

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बाबा रामदेव का कहना है कि हमारा लक्ष्‍य है कि अगले दो सालों में कंपनी का प्रोडक्‍शन टारगेट एक लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाए। इतना ही नहीं पतंजलि का टर्नओवर पिछले वित्‍तीय वर्ष यानी साल 2016-17 में 10 हजार 500 करोड़ रुपये से ज्यादा रहा। बाबा रामदेव का लक्ष्‍य है कि इस टर्नओवर को इस वित्‍तीय वर्ष दोगुना कर दिया जाए। यानी 21 हजार करोड़ रुपए। 25 साल पहले ही रामदेव ने पतंजलि की शुरुआत की थी। इतने वक्‍त में इस कंपनी का कारोबार हजारों करोड़ में रुपए में पहुंच गया। लेकिन, बाबा रामदेव चाहते हैं कि पतंजलि का टर्नओवर अगले दो से तीन साल में पचास हजार से एक लाख करोड़ रुपए का हो जाए। पतंजलि की फ्रंचाइजी देशभर में मौजूद हैं। वो अपने प्रोडक्‍शन यूनिट्स को भी बढ़ाना चाहते हैं। हालांकि इस वक्‍त भी पतंजलि की प्रोडक्‍शन यूनिट उत्‍तराखंड, उत्‍तर प्रदेश, असम और महाराष्‍ट्र में हैं।