केजरीवाल साहब मुबारक हो आप ‘BJP की टैम्पर्ड EVM’ से चुनाव जीत गए, क्‍या कहेंगे ?

अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी दिल्‍ली के बवाना विधानसभा में हुए उपचुनाव को उसी EVM से जीत गई है जिस पर उन्‍हें संदेह हुआ करता था।

New Delhi Aug 29 : अरविंद केजरीवाल साहब सबसे पहले तो आपको ढेर सारी शुभकामनाएं। ये शुभकामनाएं आपके चुनाव जीतने के लिए हैं। दिल्‍ली में बवाना विधानसभा के उपचुनाव में जीत आपके समर्थकों के लिए कई खुशियां लेकर आई है। पहली खुशी इस बात की है कि आपने साबित कर दिया है कि दिल्‍ली में आपका और आपकी पार्टी का दबदबा कायम है। दूसरी खुशी आपके समर्थकों में इस बात को लेकर है कि आखिरकार आपने अपनी चुप्‍पी तोड दी है।  आपके मुंह पर कपिल मिश्रा ने जो ताला जड़ा था थोड़ी ही देर के लिए ही सही पर आपने उसे हटाया जरुर है। तीसरी खुशी इस बात की भी है कि आपने ट्विटर पर भी वापसी कर ली है। केजरीवाल साहब खुशियों के इस झाड़ से अलग एक कड़वा सवाल भी आपसे है। ईवीएक मी टेम्‍परिंग को लेकर।

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केजरीवाल साहब हमे मालूम है कि आपकी याददास्‍त कमजोर नहीं है। फिर भी हम आपको फ्लैश बैक में लिए चलते हैं। तारीख 11 मार्च थी। शनिवार का दिन था। पूरे देश की निगाहें पांच राज्‍यों में हो चुके विधानसभा चुनाव के नतीजों पर टिकी हुईं थीं। धीरे-धीरे परिणाम आने शुरु हो गए थे। गोवा और पंजाब आपके हाथ से निकल चुका था। जो भी पटाखे और मिठाईयों का बंदोबस्‍त दिल्‍ली में आपके पार्टी कार्यालय में किया गया था। उसे ठिकाने लगा दिया गया था। क्‍योंकि नजीते ना तो पटाखे छुड़ाने वाले थे और ना ही मिठाईंयां बांटने वाले। उधर, यूपी में मायावती की पार्टी बीएसपी का सूपड़ा साफ हो चुका था। सबसे पहले मायावती सामने आईं और उन्‍होंने यूपी के नतीजों या कहें बीजेपी की जीत के लिए ईवीएम को जिम्‍मेदार बताया। उन्‍होंने कहा कि ईवीएम में छेड़छाड़ कर बीजेपी ये चुनाव जीती है।

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केजरीवाल साहब आपकी पार्टी मायावती के छोड़े हुए तीर को लेकर उड़ चली थी। इसके बाद आपने भी ये आरोप लगाया था कि पंजाब में आपकी पार्टी को जो वोट दिए गए उसे बीजेपी ने ईवीएम में छेड़खानी कर कांग्रेस के खाते में डलवा दिया। केजरीवाल साहब आपके और आपकी पार्टी की ओर से ईवीएम में छेड़खानी का लाइव डेमो भी तो विधानसभा में दिया गया था ना। विधानसभा के भीतर आपकी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने नकली ईवीएम में छेड़छाड़ कर ये साबित भी कर‍ दिया था कि आपके आरोप सही हैं। आपने चुनाव आयोग में भी इसकी शिकायत की थी। चुनाव आयोग ने आपकी शिकायत पर अमल करते हुए आपको असली ईवीएम में छेड़छाड़ करने की खुली चुनौती भी दी थी। मैं ठीक कह रहा हूं ना। लेकिन, आपकी ओर से उस चुनौती को स्‍वीकार नहीं किया गया था।

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दिल्‍ली में ईवीएम का ये ड्रामा महीनों चला था खूब सियासत हुई थी। केजरीवाल साहब आज आपसे एक छोटा सा सवाल है। इस बार भी बवाना विधानसभा का उपचुनाव उसी ईवीएम से हुआ जिस पर आप कुछ महीने पहले तक आरोप लगा रहे थे। आज जब आपकी पार्टी चुनाव जीत गई तो ईवीएम में छेड़खानी की कोई बात नहीं हो रही है। खुदा ना खास्‍ता अगर ये चुनाव भी आप हार जाते तो यकीनन ईवीएम पर ही ठीकरा फोड़ते। फोड़ते की नहीं ? फिर आज आप शांत क्‍यों हैं। आप शांत इसलिए हैं कि आप चुनाव जीते हैं हारे नहीं हैं। अगर इस जीत के साथ आप ये भी मानते कि मैंने कुछ महीने पहले जो चुनाव आयोग पर सवाल उठाए थे वो गलत थे, तो यकीनन जनता के बीच आपका कद और बढ़ता। लेकिन, बवाना के इस चुनाव ने ईवीएम के मसले पर आपको बेनकाब भी कर दिया है केजरीवाल साहब।