9 राज्यों को एक साथ साधेंगे पीएम मोदी, समझिए कैबिनेट विस्तार का व्यूह !

पीएम मोदी अपनी कैबिनेट के विस्तार से वो समीकरण साधना चाहते हैं जिस से विरोधी पस्त हो जाएंगे। कैबिनेट विस्तार का पूरा गणित यहां समझिए।

New Delhi, Sep 03: मोदी कैबिनेट में आज फेरबदल होने वाला है। कई दिनों से कयास लगाए जा रहे हैं कि कौन मंत्री बनेगा और किसको बाहर निकाला जाएगा। अभी तक जितने मंत्रियों ने इस्तीफा दिया है उस से ये तो साफ हो गया है कि कौन बाहर जा रहा है। लेकिन अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि कौन मंत्री बनेगा। किसका प्रमोशन होगा और किसका डिमोशन किया जाएगा। लोकसभा चुनाव से पहले ये आखिरी फेरबदल है, लिहाजा पीएम मोदी अपने पत्ते बेहद सावधानी से चलेंगे। चलिए आपको समझाते हैं कि इस कैबिनेट विस्तार का पूरा गणित क्या है। इस बार पीएम मोदी विस्तार के जरिए देश के 9 राज्यों को साधने की कोशिश करने वाले हैं।

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कैबिनेट विस्तार में 9 राज्यों के 12 नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है। मंत्री बनने की रेस में जो लोग शामिल हैं उनके नाम प्रह्लाद पटेल, बीजेपी उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे, सुरेश अंगाड़ी, सत्यपाल सिंह, परवेश वर्मा और प्रहलाद जोशी प्रमुख हैं। परवेश वर्मा ने शनिवार को अमित शाह से मुलाकात की थी। इनके अलावा जेडीयू कोटे से दो लोगों को मंत्री बनाया जा सकता है। अन्नाद्रमुक पर सस्पेंस बरकरार है। ये कहा जा रहा है कि वो सरकार में शामिल नहीं होगी। अब आपको राज्यवार बताते हैं कि किस राज्य से कौन मंत्री बन सकता है। यूपी से सत्यपाल सिंह को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। वो बागपत से सांसद हैं।

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मध्य प्रदेश से भी एक नेता को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। इनमें प्रह्लाद पटेल का नाम सबसे आगे चल रहा है। पटेल मणिपुर के प्रभारी रह चुके हैं, जहां बीजेपी ने सरकार बनाई है। इसके अलावा एमपी में अगले साल विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं। गुजरात भी चुनावी राज्य है, यहां से ओबीसी नेता भारती स्याल मंत्री बन सकती हैं। वो भावनगर से सांसद हैं। बिहार से दो नेताओं को मोदी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। इसमे जेडीयू के आरसीपी सिंह और संतोष कुशवाह का नाम सबसे आगे है। वहीं हिमाचल प्रदेश की बात करें तो अनुराग ठाकुर को मंत्री बनाया जा सकता है।

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हिमाचल प्रदेश का चुनाव जेपी नड्डा के नेतृत्व में लड़ा जाएगा लिहाजा प्रेम कुमार धूमल या फिर उनके बेटे अनुराग ठाकुर को केंद्र में भेजा जा सकता है। बात दक्षिण भारत की करें तो कर्नाटक से लिंगायत और वोकालिंगा समुदाय से एक एक मंत्री बनाया जा सकता है। महाराष्ट्र से बीजेपी और शिवसेना के एक एक नेता को केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिल सकती है। असम में बीजेपी की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले हेमंत बिस्व सरमा को मोदी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। उनको रक्षा राज्य मंत्री जैसा अहम विभाग दिया जा सकता है। दिल्ली से परवेश वर्मा का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। राजस्थान से सीपी जोशी का नाम है। तो कुल मिलाकर पीएम मोदी कैबिनेट विस्तार करके 9 राज्यों को साधने की कोशिश करेंगे। इनमें कई चुनावी राज्य भी हैं।