BHU में छात्राओं से छेड़खानी करने वाले ही बन गए आंदोलनकारी ! मोदी-योगी के खिलाफ साजिश

BHU यानी बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में इस वक्‍त बवाल मचा हुआ है। रात के लाठीचार्ज ने गुस्‍से को और भड़का दिया है। लेकिन, ये मोदी-योगी के खिलाफ साजिश है। जानिए कैसे ?

New Delhi Sep 24 : BHU में छात्रों का बवाल लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार की रात को हुए लाठीचार्ज के बाद यहां की स्थिति और बिगड़ गई है। रविवार को एक बार फिर हिंसा हुई। लेकिन, इस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जो इस हंगामे के पीछे सोची-समझी रणनीति की ओर इशारा कर रहे हैं। माना जा रहा है कि मोदी-योगी को बदनाम करने के लिए एक भयंकर षणयंत्र रचा गया। आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा कैसे हुआ। दरसअल, शनिवार को जब BHU में पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो इसके बाद यहां पर मीडिया भी पहुंच गई थी। मीडिया के लोगों ने तमाम छात्र-छात्राओं से बात की और ये जानने की कोशिश की आखिर रात के अंधरे में ऐसा क्‍या हुआ जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

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ये बात एकदम सच है कि BHU में छात्राओं के साथ छेड़खानी होती है। वो लंबे समय से यूनिवर्सिटी प्रशासन से इस बात की शिकायत करती रही हैं। लेकिन, उनकी एक नहीं सुनी जाती है। BHU के वीसी अपने ही रौब में रहते हैं। प्रशासन के दूसरे लोग छेड़खानी करने वालों पर कार्रवाई की बजाए उल्‍टे छात्राओं को ही समझाते हैं कि बर्दास्‍त करना सीखो। आखिर छात्राएं छेड़खानी को क्‍यों बर्दास्‍त करें ? क्‍यों ना आवाज उठाएं ? इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दूसरा फार्मूला सुझाया कि शाम छह बजे के बाद कोई भी छात्रा गर्ल्‍स हॉस्‍टल से बाहर नहीं निकलेगी। क्‍या छात्राओं को हॉस्‍टल में कैद कर छेड़खानी रोकी जा सकती है बिलकुल नहीं ? यूनिवर्सिटी के इस तरह के रवैये से छेड़खानी में शामिल छात्रों के हौंसले लगातार बढ़ते चले गए।

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छात्राओं का आरोप है कि उनके इस विरोध प्रदर्शन में आराजक तत्‍व भी शामिल हो गए हैं। BHU छात्राओं के आंदोलन में वो लड़के भी शामिल हो गए हैं जो खुद ही छात्राओं से छेड़खानी करते हैं। जिनके खिलाफ ये सारा प्रोटेस्‍ट हो रहा है। छात्राएं ऐसे लड़कों को अपने प्रदर्शन में शामिल होता देख खुद हैरान हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार की देर रात भी कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव कर लोगों को भड़काने की कोशिश की। इसमें भी अराजकतत्‍व शामिल थे। जो चाहते थे कि यहां पर विवाद बढ़े। रात में ही तोडफोड़ शुरु कर दी गई। जिसके बाद पुलिस को यहां पर लाठियां भांजनी पड़ी। छात्राओं को भी खदेड़ा गया। ये बात भी एकदम सही है कि जिस वक्‍त रात में BHU में लाठीचार्ज हुआ उस वक्‍त महिला पुलिसकर्मी नहीं थीं। जिसके चलते छात्राएं पुरुष पुलिसवालों की शिकार हुईं।

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रविवार को BHU  में जो माहौल बिगड़ा उसके पीछे भी अराजक तत्‍वों का ही हाथ था। रविवार दोपहर 12 बजे निकाले गए शांति मार्च में भी ये अराजक तत्‍व घुस गए थे। जिन्‍होंने ब्रोचा छात्रावास के सामने से गुजर रहे ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया था। प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ पूरे हालात पर नजर बनाए हुए हैं। लेकिन, जो रिपोर्ट मिल रही है उससे साफ है कि इस घटना के पीछे मोदी-योगी को बदनाम करने की भी साजिश रची गई है। BHU में पुलिस ने अपने लोकल मुखबिरों को सक्रिय कर दिया है। जो इस बात की पड़ताल करने में जुटे हैं कि आखिर वो कौन लोग हैं जो छात्र राजनीति के नाम पर दंगा फसाद कर रहे हैं। क्‍या इसके पीछे कुछ राजनैतिक लोगों का भी हाथ शामिल हैं ? बाद का सच जो भी निकले लेकिन, मौजूदा हकीकत ये है कि इस केस में BHU प्रशासन सौ फीसदी जिम्‍मेदार है। जो छात्राओं के खिलाफ हो रही छेड़खानी को अब तक नहीं रोक पाया। ये नकारेपन की इंतहां हैं।