अरविंद केजरीवाल और ‘ढाई गज की जुबान’, दिल्ली के मालिक के इशारे पर निकली बाहर !

दिल्ली के नए मालिक को जानते हैं आप, अरविंद केजरीवाल नाम है उनका, जो एक बार फिर से विंटेज फॉर्म में आ गए हैं। सोशल मीडिया पर छाया वीराना खत्म हो गया है।

New Delhi, Oct 06:  क्या आप जानते हैं कि दिल्ली का मालिक कौन है, नहीं जानते हैं, बड़े अफसोस की बात है ये, दिल्ली में रहने वाले लोग अपने मालिक के बारे में नहीं जानते हैं, चलिए हम आपको मिलवाते हैं दिल्ली के मालिक से। ये जनाब पिछले काफी समय से खामोश थे, इनकी खामोशी को लेकर सोशल मीडिया पर लोग काफी परेशान थे। बात कर रहे हैं अरविंद केजरीवाल की। जो अब फिर से अपने पुराने फॉर्म में लौट आए हैं। उनकी जिस जुबान केे ऑपरेशन को लेकर मजाक बनाया जा रहा था वो जुबान भी अपने मालिक के इशारे पर बाहर निकल आई है। दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल ने एक एलान किया कि दिल्ली के मालिक हम हैं, जैसे सूरज पांचोली ने एलान किया था कि डांसिंग फ्लोर के लेजेंड वो हैं।

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मर्यादा और लक्ष्मण रेखा जैसे शब्दों पर अरविंद केजरीवाल का कोई विश्वास नहीं है। वो बोलते समय दिमाग को कष्ट देने का काम नहीं करते हैं। मन की बात करने में दिमाग का क्या काम, ये अलग बात हैै कि इसके बाद उनके खिलाफ न जाने क्यों लोग मानहानि का केस कर देते हैं। क्या लोकतंत्र में एक बंदा अपने मन की बात भी नहीं कर सकता है। क्या कोई अपनी मर्जी से किसी को कायर, मनोरोगी, सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी नहीं बोल सकता है। बहरहाल अब केजरीवाल ये एलान कर ही चुके हैं कि वो दिल्ली के मालिक हैं तो बहुत सारे सवाल खड़े हो रहे हैं। वो दिल्ली के एलजी की कुर्सी पर बैठने वाले शख्स से बैर करना अपना कर्तव्य समझते हैं। नाम बदलते रहतेे हैं लेकिन हमला जारी रहता है।

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दिल्ली में गेस्ट टीचर्स की नौकरी को पक्का करने को लेकर केजरीवाल ने एलजी अनिल बैजल के खिलाफ जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है उस से सोशल मीडिया पर बहार फिर से लौट आई है। दिल्ली सरकार ने गेस्ट टीचर्स की नौकरी पक्की करने का मसौदा तैयार किया। विधानसभा में ये बिल पास कर दिया गया, लेेकिन एलजी की मंजूरी के बिना तो ये अमल में नहीं लाया जा सकता है। बैजल साहब भी अड़ गए, उन्होंने कहा कि ये मामला दिल्ली विधानसभा के दायरे में नहीं आता है। बस फिर क्या था, केजरीवाल भड़क गए, विधानसभा में ही बोल पड़े माइ नेम की अरविंद केजरीवाल, मैं कोई आतंकवादी नहीं हूं, दिल्ली के मालिक हैं हम

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ये बड़ी किलर लाइन केजरीवाल ने बोली है, दिल्ली के मालिक हैं हम, अब तो ये लाइन उनके साथ हमेशा के लिए चिपक गई है। अभी तक वो खुद कहा करते थे कि दिल्ली वालों को कोई समस्या हो तो वो एलजी के पास जाएं क्योंकि वो ही बॉस हैं। हालांकि सुप्रीम कोर्ट का फैसला अभी आना बाकी है। इससे पहले ही केजरीवाल ने खुद को मालिक घोषित कर दिया। हां मालिक की भाषा में सुधार नहीं हुआ है। सूत्रों के मुताबिक विधानसभा में अनिल बैजल का नाम लिए बिना केजरीवाल ने कहा कि तू बिल पास क्यों नहीं करता है। तो भाई लोगों खुश हो जाओ, दिल्ली का मालिक पुराने कलेवर में लौट आया है वो फिर से सोशल मीडिया का दुलारा बन जाएगा। फिर से मीम बनाने वालों की चांदी हो जाएगी। वो बेचारे जो सोशल मीडिया पर खुद को बेराजगार पा रहे थे वो केजरीवाल को लाख लाख दुआएं देंगे।