रॉबर्ट वाड्रा से थे भगोड़े आर्म्स डीलर संजय भंडारी के संबंध, चुप क्‍यों है कांग्रेस ?

कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा एक बार फिर मुश्किलों में घिर गए हैं। भगोड़े आर्म्‍स डीलर संजय भंडारी से उनके रिश्‍ते उजागर हुए हैं।

New Delhi Oct 17 : सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा एक बार फिर कांग्रेस के लिए सिरदर्द बन गए हैं। उनका नाम भगोड़े आर्म्‍स डीलर संजय भंडारी के साथ जुड़ रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने रॉबर्ट वाड्रा और उनकी सास सोनिया गांधी को इस मामले में घेर लिया है और कांग्रेस पार्टी को जवाब देते नहीं बन रहा है। जाहिर सी बात है कि अगर ये बातें गलत हैं तो कांग्रेस पार्टी और रॉबर्ट वाड्रा को सबूतों के साथ सामने आकर ये कहना चाहिए कि उनके ख्‍ािलाफ जो भी खबरें चल रही हैं वो पूरी तरह निराधार हैं। टाइम्‍स नाऊ का खुलासा फर्जी है। टाइम्‍स नाऊ के खुलासे के बाद अगर कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी के दामाद घिर रहे हैं तो उनके पास मानहानि का मुकदमा करने का भी रास्‍ता खुला हुआ है। लेकिन, अब तक ऐसा कुछ भी होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में सवाल तो उठेंगे ही ना।

Advertisement

दरसअल, ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब रॉबर्ट वाड्रा का नाम हथियारों के डीलर संजय भंडारी के साथ जुड़ा हो। वाड्रा और संजय भंडारी के बीच लिंक की खबरें उसी वक्‍त सामने आ गई थीं जब ये खबर सामने आई थी कि संजय भंडारी ने लंदन में रॉबर्ट वाड्रा के फ्लैट नंबर 12, एलर्टन हाउस का रिनोवेशन करवाया था। ये बात 2016 की है। हालांकि वाड्रा संजय भंडारी के साथ किसी भी तरह के वित्‍तीय लेनदेन की बातों से इनकार करते रहे हैं। लेकिन, अब टाइम्‍स नाऊ ने एक और खुलासे का बम फोड़ दिया है। अंग्रेजी के इस बड़े न्‍यूज चैनल को एक ईमेल मिला है जिससे ये साबित होता है कि संजय भंडारी के ट्रैवल एजेंट ने रॉबर्ट वाड्रा के लिए एयर टिकट खरीदे थे। ये एयर टिकट अगस्‍त 2012 में खरीदे गए थे।

Advertisement

संजय भंडारी के ट्रैवल एजेंट ने बुकिंग की कंफर्मेशन का मेल संजय भंडारी की मेल आईडी पर ही भेजा था। जिसमें आठ लाख रुपये की कीमत के एमिरेट्स के 13 अगस्त की फ्लाइट का टिकट भी संलग्न था। भंडारी के ट्रैवल एजेंट ने सात अगस्‍त 2012 को ये मेल भेजा था। दूसरा मेल 17 अगस्‍त को भेजा गया था। जिसमें वाड्रा की टिकट थी। ये टिकट नीस से ज्‍यूरिख के लिए थी। अब सवाल उठ रहे हैं क‍ि इतना सबकुछ सामने आने के बाद भी सब चुप क्‍यों हैं। बोल सब रहे हैं लेकिन, बिना तथ्‍यों के। इस बीच भारतीय जनता पार्टी की वरिष्‍ठ नेता और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कांग्रेस से चुप्‍पी तोड़ने की मांग की है और कहा कि वो देश की जनता को बताएं कि आखिर ये पूरा मामला है क्‍या।

Advertisement

बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस पार्टी को सबकुछ पता है। स्‍मृति ईरानी ने इस मामले में राहुल गांधी से सफाई देने की मांग की है। उनका कहना है कि राहुल गांधी की बहन के पति पर ये गंभीर आरोप हैं। लिहाजा उन्‍हें सफाई देनी चाहिए। जाहिर है कांग्रेस इस मामले को जितना लटकाएगी उतना ही घिरेगी। वैसे इस मुद्दे से निपटने के लिए अंदरखाने रणनीति जरूर बन रही होगी लेकिन, सवाल ये है कि क्‍या कांग्रेस पार्टी टाइम्‍स नाऊ के सबूतों की काट में कोई दस्‍तावेज पेश कर पाएगी। जो इस बात को नकारे कि आर्म्‍स डीलर संजय भंडारी के रॉबर्ट वाड्रा से कोई संबंध नहीं हैं। सरकार भंडारी के प्रत्‍यपर्ण की कोशिश में है। तीन महीने पहले प्रवर्तन निदेशालय भंडारी की करीब बीस करोड़ की संपत्ति को भी अटैच कर चुकी है।