गजब है भाई, पॉपुलैरिटी के लिए राहुल गांधी ने करवा दिए फर्जी रिट्वीट ?

कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल @OfficeOfRG की पॉपुलैरिटी विवादों में घेरे में आ गई है। खुलासा हुआ है कि प्रसिद्धी के लिए फर्जी रिट्वीट कराए गए।

New Delhi Oct 21 : कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी एक बार फिर सियासी तौर पर पप्‍पू बनते हुए नजर आ रहे हैं। हाल के दिनों में उनके ट्विटर @OfficeOfRG की पॉपुलैरिटी काफी बढ़ी है। लेकिन, एक न्‍यूज एजेंसी ने खुलासा किया है कि राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल की पॉपुलैरिटी बढ़ाने के लिए फर्जी तरीके से रिट्वीट कराए गए। यानी राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल की पॉपुलैरिटी के पीछे ऑटोमेटेड रोबोटिक हैंडल का हाथ है। जिसे तकनीकी भाषा में बोट्स भी कहा जाता है। इस खुलासे के बाद राहुल बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं। बीजेपी की फायर ब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी ने उनकी जमकर खिंचाई की है और पूछा है कि क्‍या वो रूस, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान से चुनाव लड़ने वाले हैं।

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राहुल गांधी और उनके ट्विटर हैंडल @OfficeOfRG की फर्जी पॉपुलैरिटी की धज्जियां उड़ाने वाले इस खुलासे के बाद स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया और राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि लगता है कि राहुल रूस, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान में चुनाव जीतना चाहते हैं ? हालांकि स्‍मृति ईरानी के इस ट्वीट पर कांग्रेस पार्टी की ओर से भी पलटवार किया गया है। कांग्रेस ने ट्विटर पर ही रिप्‍लाई करते हुए लिखा है कि जब आंप हैं तो हमें दूसरे की क्‍या जरूरत है ? कांग्रेस की ओर से ये जवाब पार्टी की सोशल मीडिया हेड दिव्या स्पंदाना ने दिया है। दिव्या स्पंदाना का दावा है कि @OfficeOfRG के ट्वीट को लेकर जो दावा किया जा रहा है कि वो गलत तथ्‍यों पर आधारित है।

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दरअसल, पिछले कुछ दिनों से राहुल गांधी के ट्वीट को हजारों लाइक्‍स और रिट्वीट्स मिले हैं। जो अप्रत्‍याशित थे। अभी कुछ दिन पहले ही उन्‍होंने ट्रंप और पाकिस्‍तान के संबंधों को लेकर भी एक ट्वीट किया था। अपने उस ट्वीट में राहुल गांधी ने लिखा था कि मोदी जी जल्दी देखिए प्रेसिडेंट ट्रंप को एक और बार गले लगाने की जरूरत है ” उनके इस ट्वीट को अब तक हजारों रिट्वीट्स मिल चुके हैं। इसी के बाद न्‍यूज एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि उन्‍होंने अपने विश्लेषण में पाया कि @OfficeOfRG को रूस, कजाकिस्तान या इंडोनेशिया से किए जा रहे ये कथित बोस्ट्स यानी सॉफ्टवेयर से किए जाने वाली फर्जी रीट्वीट थे। हालांकि कांग्रेस पार्टी इस खबर को गलत बता रही है।

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जबकि कांग्रेस के दूसरे नेता कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टाइम्‍स स्‍क्‍वायर से भाषण दे सकते हैं लेकिन, राहुल गांधी को अगर विदेशों से रिट्वीट मिलते हैं कि वो इन लोगों को हजम नहीं हो रहे हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी पॉपुलैरिटी से इस वक्‍त बीजेपी के नेता डरे हुए हैं। यानी दोनों ही ओर से वार और पलटवार जारी है। लेकिन, यहां पर ये सवाल बना हुआ है कि चोर की दाढ़ी में तिनका है या फिर दाल में कुछ काला है ? ना जाने क्‍यों हर किसी को ये जरूर लग रहा है कि @OfficeOfRG की अप्रत्‍याशित पॉपुलैरिटी में सबकुछ पाक साफ तो नहीं ही है। क्‍योंकि ये हकीकत है कि बोट्स का खेल हिंदुस्‍तान से ज्‍यादा विदेशों में चलता है। अगर सब ठीक है तो भी सवाल यही उठता है कि राहुल गांधी रूस, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान में पॉपुलैरिटी हासिल कर के भी क्‍या करे लेंगे ?