फारुख अब्दुल्ला क्यों कर रहे हो कश्मीर से गद्दारी और पाकिस्तान की दलाली ?
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। खुद ही जान लीजिए।
New Delhi Nov 16 : फारुख अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के बुजुर्ग नेता हैं। यहां की रियासत के वो मुख्यमंत्री रह चुके हैं। राज्य की प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी यानी नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष हैं। लोग उनकी खूब इज्जत भी करते हैं। लेकिन, इन दिनों पता नहीं फारुख अब्दुल्ला के सिर पर क्या सवार है कि वो अपनी फजीहत खुद ही कराने के लिए तैयार हैं। लगातार विवादित बयान दे रहे हैं। फारुख अब्दुल्ला जिस थाली में खा रहे हैं उसी में छेद कर रहे हैं। पता नहीं क्यों कई बार तो उनके बयान सुनने के बाद ऐसा लगता है कि शायद पाकिस्तान का कोई नेता कश्मीर के मुद्दे पर बोल रहा है। फारुख अब्दुल्ला रहते कश्मीर में हैं लेकिन, गुणगान पाकिस्तान के करते हैं। उनके मुंह से तारीफ पाकिस्तान की निकलती है। नेता जी को अगर इतनी ही पाकिस्तान से मोहब्बत है तो क्यों नहीं चले जाते इस्लामाबाद या फिर लाहौर। क्यों कश्मीर की छाती पर बैठकर मूंग दलते हैं।
ये वो बातें हैं जो फारुख अब्दुल्ला को लेकर कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हो रही हैं। फारुख अब्दुल्ला के जिस बयान पर इस वक्त बवाल मचा हुआ है जरा उसके बारे में भी जान लीजिए। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर यानी पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) को लेकर विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने मोदी सरकार के इरादों पर तंज कसा। फारुख अब्दुल्ला कहते हैं कि पाक अधिकृत कश्मीर इनके बाप का हिस्सा नहीं है। नेता जी कहते हैं कि पिछले 70 साल से भारत पीओके को हासिल नहीं कर पाया है। इसके साथ ही वो कहते हैं कि पाकिस्तान इतना कमजोर नहीं है कि वो भारत को पाक अधिकृत कश्मीर को हासिल करने की इजाजत दे देगा। पाकिस्तान ने चूडि़यां नहीं पहनी हुईं हैं। चूडि़यां किसने पहनी है और पाकिस्तान की दलाली कौन कर रहा है ये बात आपको खुद ब खुद पता चल जाएगी।
लेकिन, क्या जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद होने के नाते उन्हें इस तरह की बात करने का कोई हक है। क्या वो बार-बार भारत-भारत करते हैं। अरे फारुख अब्दुल्ला साहब कश्मीर हिंदुस्तान का अभिन्न्ा अंग है। पाकिस्तान में इतनी हिम्मत नहीं है कि वो कश्मीर पर आंख उठाकर देख ले। रही बात पाक अधिकृत कश्मीर की तो एक बात जान लीजिए कि आज तक अगर ये मसला हल नहीं हो पाया है उसके लिए आप जैसे नेता ही जिम्मेवार हैं। सिर्फ आप ही नहीं आपके पिता जी ने कश्मीर में जो कांटा बोया था उसे ही आज काटा जा रहा है। फारुख अब्दुल्ला साहब आपको क्या लगता है हिंदुस्तान ने चूडि़यां पहन रखी है। आप गलतफहमी हैं। आज तक केंद्र में जो भी सरकारें रहीं। वो अब तक आपके इशारे पर नाचती रहीं। लेकिन, अब हालात बदल चुके हैं। जिसकी तकलीफ आपके चेहरे पर साफ नजर आती है।
फारुख अब्दुल्ला जैसे नेताओं को ही कश्मीर के अलगाववादी नेताओं में शांति के दूत नजर आते हैं। घाटी के पत्थरबाज इन्हें देशभक्त लगते हैं। आर्मी का एक मेजर अगर 12 लोगों की जान बचाने के लिए एक पत्थरबाज को मानवढाल बनाकर जीप पर बांध देता है तो आपको और आपके बेटे को बहुत तकलीफ होती है। लेकिन, जब कश्मीर की भीड़ सुरक्षाबल के जवानों के साथ मारपीट करती है तो आप लोगों के मुंह से एक शब्त तक नहीं फूटता। ये दिखाता है कि आप कितने बड़े देशभक्त और पाकिस्तान परस्त हैं। इससे पहले भी फारुख पाक अधिकृत कश्मीर को पाकिस्तान का ही हिस्सा बता चुके हैं। उनका कहना है कि कश्मीर का जो हिस्सा भारत के पास है वो हिंदुस्तान का और जो पाकिस्तान के कब्जे में है वो उसका है। इस सच्चाई को बदला नहीं जा सकता है। फारुख के इस बयान पर बिहार में एक मुसलमान ने उन पर मुकदमा तक कर दिया है। खुद ही देख लीजिए दो मुसलमानों का फर्क।