कर्नाटक में बीजेपी को महंगी पड़ेगी गुटबाजी, अभी से सीएम पद की रेस शुरू

कर्नाटक में चुनाव से पहले ही बीजेपी के अंदर गुटबाजी शुरू हो गई है, पार्टी में सीएम पद के लिए नेता अपनी दावेदारी पेश करने लगे हैं।

New Delhi, Jan 02: पिछला साल बीजेपी के लिए काफी अच्छा रहा, कई राज्यों के चुनाव में पार्टी को कामयाबी मिली, साल 2018 में भी 8 राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, इनमें से तीन तो बीजेपी के गढ़ हैं, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा मजबूत दिख रही है, लेकिन पार्टी की निगाहें कर्नाटक पर हैं, जहां पर फिलहाल कांग्रेस की सरकार है। दक्षिण भारत के इस राज्य में भाजपा को उम्मीद दिख रही है। लेकिन उस से पहले ही पार्टी के लिए एक समस्या खड़ी हो गई है, जो अमित शाह की टेंशन बढ़ा रही है, गुटबाजी वैसे तो भाजपा में बहुत ज्यादा देखने को नहीं मिलती है, लेकिन कर्नाटक में फिलहाल ऐसा ही देखने को मिल रहा है। अभी चुनाव बहुत दूर है लेकिन उस से पहले ही सीएम पद की रेस शुरू हो गई है।

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कर्नाटक में भाजपा को जीत मिलती है या फिर हार ये भविष्य के गर्भ में हैं, लेकिन सीएम बनने के लिए नेता पहले से दावेदारी पेश कर रहे हैं। राज्य में पार्टी के बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा सीएम पद की रेस में सबसे आगे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कई नेता अपनी दावेदारी पेश करने में लग गए हैं, ऐसा लग रहा है जैसे येदुरप्पा का पत्ता काटने की कोशिश की जा रही है। ये खबरें भी फैलाई जा रही है कि येदुरप्पा चुनाव नहीं लड़ेंगे, हालांकि उनकी तरफ से इस की पुष्टि नहीं हुई है। जाहिर है कि पार्टी में येदुरप्पा के खिलाफ एक गुट सक्रिय हो गया है, जिसका खामियाजा बीजेपी को उठाना पड़ सकता है।

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अब आपको उन नेताओं के नाम बताते हैं जो सीएम पद की रेस में शामिल बताए जा रहे हैं, या फिर ये कहें कि वो अपनी दावेदारी अभी से पेश कर रहे हैं। इनमें भाजपा के कट्टर हिंदूवादी नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े और मैसूर से सांसद प्रताप सिम्हा प्रमुख हैं। इन दोनों के हालिया बयानों पर नजर डाले तो पता चलता है कि ये चर्चा में आने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं येदुरप्पा राज्य में भाजपा की कमान को संभाल रहे हैं। राज्य में वो परिवर्तन यात्रा कर रहे हैं। 75 दिनों तक चलने वाली इस यात्रा के जरिए येदुरप्पा पार्टी के लिए माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। येदुरप्पा के खिलाफ जिस तरह से खबरें सामने आ रही हैं इस से उनके समर्थक खासे नाराज बताए जा रहे हैं।

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कर्नाटक में जारी गुटबाजी से भाजपा को नुकसान हो सकता है इस बात का अंदाजा अमित शाह को भी है, यही कारण है कि अभी वो सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को केवल जीत पर ध्यान लगाने के लिए कह रहे हैं। वहीं येदुरप्पा के समर्थकों की तरफ से कहा जा रहा है कि वो शिकारीपुरा से चुनाव लड़ेंगें, उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। इस से पार्टी कार्यकर्ताओं का हौसला टूट सकता है। बता दें कि येदुरप्पा पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लग चुके हैं। दरअसल अमित शाह हिंदुत्व के मोर्चे पर आगे बढ़ना चाहते हं, अनंत कुमार हेगड़े और प्रताप सिम्हा इस पर अमल कर रहे हैं, वहीं येदुरप्पा नरम रुख अपनाते हैं। साफ है कि चुनाव तक भाजपा के अंदर कई तरह के समीकरण देखने को मिल सकते हैं।