फर्जी खबरों का बादशाह है पाक मीडिया, फिलिस्तीन ने चौराहे पर किया नंगा

दुनिया में सबसे ज्‍यादा फर्जी खबरें चलाने का श्रेय अगर किसी को जाता है तो वो है पाक मीडिया। लेकिन, इस बार फिलिस्‍तीन ने उसे चौराहे पर नंगा कर दिया।

New Delhi Jan 08: फर्जी खबरों को लेकर पाक मीडिया सालों से बदनाम है। लेकिन, अफसोस की बात ये है कि पाक मीडिया इतनी बदनामी के बाद भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। खासतौर पर वो भारत से जुड़ी खबरों को लेकर इतना फर्जीफिकेशन करता है कि कई बार सही और गलत में फर्क करना मुश्किल हो जाता है। पाक मीडिया ने अपनी फर्जी रिपोर्टिंग के जरिए ना सिर्फ पाकिस्‍तान बल्कि पूरी दुनिया को गुमराह कर रखा है। लेकिन, इस बार उसे मुंह की खानी पड़ी है। फिलिस्‍तीन ने पाक मीडिया के झूठ को सरेआम चौराहे पर बेनकाब कर उसे नंगा कर दिया है। जिसके बाद वो अपने बचाव में अब तर्क की बजाए कुतर्क पर उतर आया है। पाक मीडिया को फिलिस्‍तीन के राजदूत की खबर को लेकर अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर जलालत झेलनी पड़ी है। पाकिस्‍तान की मीडिया ने ये खबर तान रखी थी कि फिलिस्‍तीन के राजदूत को दोबारा पाकिस्‍तान भेज दिया गया है। जबकि फिलिस्‍तीन की सरकार ने इस तरह की खबरों को पूरी तरह निराधार बताया है।

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दरअसल, कुछ दिनों पहले ही पाकिस्‍तान में फिलिस्‍तीन के राजदूत ने लश्‍कर-ए-तैयबा के संस्‍थापक और जमात-उद-दावा के संस्‍थापक हाफिज सईद के खिलाफ रावलपिंडी की एक रैली में मंच साझा किया था। जैसे ही ये खबर सामने आई भारत ने फिलिस्‍तीनी सरकार से इस पर कड़ी आपत्ति जताई थी। फिलिस्‍तीन भारत का पुराना दोस्‍त रहा है। भारत हमेशा से उसके साथ खड़ा रहा। ऐसे में उसके राजदूत की ये हरकत वाकई फिलिस्‍तीनी सरकार को शर्मशार करने वाली थी। आतंकी सरगना के साथ मंच साझा करने पर फिलिस्‍तीन ने पाकिस्‍तान में मौजूद अपने राजदूत वालिद अबु अली को फौरन वापस बुला लिया था। इसे भारत के विरोध और उसकी जीत के तौर पर देखा जा रहा था। इस खबर के बाद पाकिस्‍तान हाशिए पर आ गया था। लेकिन, पाक मीडिया ने एक बार फिर हरकत करते हुए फिलिस्‍तीन के राजदूत वालिद अबु अली को वापस पाक में आने की खबर प्रकाशित करनी शुरु कर दी।

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पाक मीडिया में रविवार को ये दावा किया कि फिलिस्तीन ने वापस बुलाए गए राजदूत वालिद अबु अली को दोबारा से पाकिस्तान में नियुक्त कर दिया है। इसके साथ ही वो इस तरह की खबरें चला रहा था कि आखिर फिलिस्‍तीन ने भारत से खेद जताने के बाद यू टर्न क्‍यों लिया। इस फर्जी खबर के सहारे पाकिस्‍तान बेवजह अपनी पीठ थपथपाने में जुटा हुआ था। पाक मीडिया ने ये खबर पाकिस्तान उलेमा काउंसिल के चेयरमैन मौलाना ताहिर अशरफी के हवाले चलाई थी। सबसे पहले इस खबर को जियो न्‍यूज ने ब्रेक किया था। जियो न्‍यूज ने मौलाना ताहिर अशरफी के बयान में मिर्च मसाला लगाकर ये बात तक कह दी कि फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने वालिद अबु अली को दोबारा पाकिस्तान में अपना राजदूत नियुक्त कर दिया है। जबकि पाकिस्‍तान उलेमा काउंसिल के चेयरमैन मौलाना ताहिर अशरफी पाक मीडिया में गला फाड़-फाड़कर ये एलान कर रहे थे कि वो बुधवार तक पाकिस्‍तान आ जाएंगे।

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मौलाना ताहिर अशरफी का कहना था कि बुधवार से ही वालिद अबु अली अपना कामकाज भी संभालेंगे। इस खबर पर फिलिस्‍तीन ने भी प्रतिक्रिया देने में देर नहीं लगाई। नई दिल्ली में फिलिस्तीन के दूतावास की ओर से आधिकारिक बयान जारी कर कहा गया कि हमें नहीं पता कि पाक मीडिया को फिलिस्तीनी राजदूत वालिद अबु अली को वापस पाक भेजे जाने की खबर कहां से मिली। फिलिस्‍तीन ने इस तरह की खबरों को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि वालिद अबु अली अभी भी फिलिस्‍तीन में ही हैं। उधर, फिलिस्तीन के विदेश मंत्रालय ने भी पाक मीडिया की रिपोर्टों को फर्जी और वाहियात बताया है। फिलिस्‍तीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम पाक मीडिया की इस तरह की खबरों को खारिज करते हैं। हमारे पाकिस्तान में नियुक्त राजदूत इस समय फिलिस्तीन में हैं। उनका कहना है कि हम अपना रुख इस मामले में पहले ही साफ कर चुके हैं। हम अपने स्‍टैंड पर कायम हैं।