इंडियन आर्मी सावधान : ‘झाड़’ के भेष में LoC पर छिपे हैं पाकिस्तानी स्नाइपर्स

पाकिस्‍तान की ओर से LoC पर सीजफायर का उल्‍लंघन जारी है। इस बीच खबर है कि बार्डर पर पाकिस्‍तानी स्‍नाइपर्स की संख्‍या बढ़ा दी गई है।

New Delhi Jan 20 : LoC पर पाकिस्‍तान की हरकत जारी है। शुक्रवार को भी पाकिस्‍तानी फौज की ओर से बार्डर पर सीजफायर का उल्‍लंघन किया गया। शुक्रवार को हुई क्रॉस बार्डर फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई। जबकि सात लोग जख्‍मी हो गए। इससे पहले गुरूवार को भी पाकिस्‍तानी सेना ने बार्डर पर सीजफायर का उल्‍लंघन करते हुए भारतीय चौकियों पर गोलियां और मोर्टार दागे थे। पाकिस्‍तान के इस हमले में बीएसएफ के हेड कांस्‍टेबल ए सुरेश शहीद हो गए थे। इस बीच खबर मिली है कि बार्डर पर पाकिस्‍तानी स्‍नाइपर्स की संख्‍या बढ़ा दी गई है। जिन्‍हें इंडियन आर्मी की नजरों से बचाने के लिए खास तरह के कपड़े दिए गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्‍तानी स्‍नाइपर्स इस वक्‍त झाड़ के भेष में बार्डर पर छिपकर महज एक किलोमीटर की रेंज से फायरिंग कर रहे हैं। उनके निशाने पर भारत की अग्रिम चौकियों पर तैनात इंडियन आर्मी और बीएसएफ के जवान हैं।

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बुधवार की रात जब पाकिस्‍तानी सेना की ओर से कश्‍मीर के आरएस पुरा सेक्‍टर में सीजफायर का उल्‍लंघन किया गया तब बीएसएफ के हेड कांस्‍टेबल ए सुरेश की मौत हो गई थी। पाकिस्‍तान डिफेंस ने दावा किया है कि बीएसएफ का ये जवान पाकिस्‍तानी स्‍नाइपर्स की गोली से मारा गया है। पाकिस्‍तान डिफेंस का कहना है कि भारत की अग्रिम चौकी पर तैनात गनर को अकेले पाकिस्‍तानी स्‍नाइपर ने अपनी पोस्‍ट से एक ही गोली में ढेर कर दिया। पाकिस्‍तानी डिफेंस ने दावा किया है कि हमारे स्‍नाइनर का निशाना इतना अचूक था कि उसकी गोली भारतीय बंकर के आधा फिट के होल में घुसती हुई जवान के जा धंसी। जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि बार्डर पर इंडियन आर्मी के जवान पाकिस्‍तानी फौज को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। बेशक पाकिस्‍तानी डिफेंस इस वक्‍त सेखी बघार रहा हो लेकिन, हकीकत ये है कि इंडियन आर्मी की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्‍तान को भारी नुकसान पहुंचा है।

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हालांकि बार्डर पर पाकिस्‍तानी स्‍नाइपर्स की बढ़ती संख्‍या जरुर बीएसएफ और इंडियन आर्मी के लिए चिंता की बात है। लेकिन, आर्मी के सूत्रों का कहना है कि ये बात उनके‍ लिए कोई नई नहीं है। वो हमेशा दुश्‍मन के निशाने पर रहते हैं और दुश्‍मन भी हमेशा उनके निशाने पर रहता है। अगर सीमा पार से एक गोली चलेगी तो उसका जवाब सौ गोलियों की बौछार से दिया जाएगा। दरअसल, बार्डर पर स्‍नाइपर्स की मौजूदगी कोई नई बात नहीं है। दोनों ओर की सेनाओं में अचूक निशानेबाज मौजूद रहते हैं। जो हमेशा बार्डर की निगरानी करते हैं। हालांकि ज्‍यादातर मामलों में स्‍नाइपर्स अपनी पोस्‍ट पर रहकर ही सीमा की हिफाजत करते हैं। लेकिन, पाकिस्‍तान अपनी दोगली रणनीति के तहत पोस्‍ट के बाहर झाडि़यों में भी पाकिस्‍तानी स्‍नाइपर्स को छिपा रहा है। पाकिस्‍तानी पोस्‍ट से भारतीय चौकियों पर गोलियां दागी जाती हैं जबकि पाकिस्‍तानी स्‍नाइपर्स इस फिराक में रहते हैं कि कैसे वो किसी भारतीय जवान को अपना शिकार बना लें।

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पाकिस्‍तानी स्‍नाइपर्स सिर से लेकर पैर तक ऐसे कपड़े पहनते हैं कि अगर वो किसी पेड़ या फिर झाड़ी के पास छिप जाएं तो उनकी पहचान करना मुश्किल हो जाता है। हालांकि इस रणनीति का इस्‍तेमाल भारतीय सेना के जवान भी करते हैं। इंडियन आर्मी के जवान भी जैसे को तैसा का फार्मूला अपनाते हैं। पाकिस्‍तान को भी उसी की भाषा में जवाब दिया जा रहा है। यकीन मानिए जितनी गोलियों की गूंज इस पार सुनाई दे रही है उतना ही धुआं सीमापार भी उठ रहा है। अगर भारत में पाकिस्‍तानी गोली से एक जवान शहीद हुआ है तो भारतीय सेना ने भी दो घंटे के भीतर उसके तीन जवानों की जान ले ली है। बार्डर पर गोलीबारी जारी है। जानकारी के मुताबिक इंडियन आर्मी के जवान पिछले दो दिनों में पाकिस्‍तान की करीब चालीस चौकियों को नेस्‍तानाबूत कर चुके हैं। सबसे ज्‍यादा चौकियां आरएसपुरा, अरनिया और रामगढ़ सेक्टर में तबाह की गईं।