नीतीश कुमार ने इशारों ही इशारों में दी विपक्ष को बड़ी नसीहत

सरकार के हर फैसले का विरोध करने पर बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष को नसीहत दी है। उन्‍होंने कहा है कि अपने पैर पर कुल्‍हाड़ी मत मारो।

New Delhi Jan 22 : देश की राजनीति अजीबो-गरीब हो गई है। आजकल विपक्ष सिर्फ विरोध के लिए विरोध जताता है। राज्‍य कोई भी हो हर जगह विपक्ष का बर्ताव एक जैसा ही रहता है। सरकारें चाहें जितने ही अच्‍छे फैसले क्‍यों ना ले लें, लेकिन, विपक्ष उसमें टांग जरुर अड़ाता है। बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसे ही विपक्ष को नसीहत दी है। बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि जो भी समाजिक सुधार के कार्यक्रमों का विरोध करेगा वो खुद के ही पैर पर कुल्‍हाड़ी मारेगा। नीतीश कुमार की ये नसीहत हर उस पार्टी के लिए थी जो बिहार सरकार के उन फैसले का विरोध करती हैं जो समाज सुधार के लिए होते हैं। वो चाहें आरजेडी हो या फिर कांग्रेस। दरअसल, नीतीश कुमार अपने राज्‍य में समाजिक सुधार को लेकर बड़े बदलाव करना चाहते हैं। लेकिन, विपक्ष उनकी राह में रोड़े अटकाने की कोशिश करता है। जो ठीक नहीं है।

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बिहार में बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ मानव श्रृंखला का आयोजन किया गया था। पटना के गांधी मैदान में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस आयोजन के बाद कहा कि बाल विवाह और दहेज प्रथा बड़ी समस्‍या है। इसके खिलाफ सभी को एकजुट होकर खड़ा होना पड़ेगा। इस कार्यक्रम में बीजेपी और जेडीयू के कई नेता शामिल हुए थे। नीतीश कुमार का कहना है कि बाल विवाह कुरीति है। लेकिन, अब धीरे-धीरे लोग इस बात को समझ रहे हैं कि 18 साल से पहले लड़की और 21 साल से पहले लड़के की शादी गैर कानूनी है। नीतीश कुमार का कहना है कि दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ हमारी सरकार 2017 में गांधी जयंती के दिन से अभियान चला रही है। जो आगे भी जारी रहेगा। इस मौके पर उन्‍होंने शराबबंदी की भी बात की और इशारों ही इशारों में विपक्ष को नसीहत भी दे डाली।

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दरअसल, नीतीश कुमार चाहते हैं कि इस तरह के सामाजिक सुधारों के कार्यक्रमों में उन्‍हें विपक्ष का भी साथ मिले। अगर ऐसे कार्यक्रमों में विपक्ष शामिल होता है तो जाहिर तौर पर उसका खुद का मान बढ़ता है। अब बिहार में शराबबंदी के फैसले को ही ले लीजिए। इस बार 2015 में जब बिहार में नीतीश कुमार की सरकार बनी थी। उस पर बिहार में महागठबंधन था। तब शराबबंदी के पक्ष में नीतीश कुमार के साथ लालू यादव भी खड़े थे। बीजेपी का भी फुल सपोर्ट था। इस बार बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ जेडीयू और बीजेपी के नेता जुटे। आरजेडी नदारद रही। शराबबंदी में कांग्रेस भी साथ थी इस बार वो भी नहीं दिखी। खड़े होना तो दूर आरजेडी और कांग्रेस जैसी पार्टिंयां इस सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बिहार सरकार के कार्यक्रमों का विरोध कर रही हैं। हालांकि बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष अशोक चौधरी बिहार सरकार के समर्थन में दिखे।

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अध्यक्ष अशोक चौधरी का कहना था कि वो दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ इस मानव श्रृंखला को नैतिक समर्थन देते हैं। लेकिन लालू यादव की पार्टी आरजेडी के नेताओं ने इसे ढोंग करार दिया। राष्‍ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि ये नीतीश कुमार की नौटंकी है। रघुवंश प्रसाद के मुताबिक मानव श्रृंखला से कोई फर्क नहीं पड़ता। उनका कहना है कि अगर इन सब से फर्क पड़ता हो पिछले साल शराबबंदी के पक्ष में बनी मानव श्रृंखला के बाद शराब की तस्करी रुक जानी चाहिए थी। लेकिन, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस मौके पर विपक्ष को करारा जवाब दिया। उनका कहना है कि समाज सुधार के आयोजनों और कार्यक्रमों को कभी भी राजनैतिक रंग नहीं देना चाहिए। नीतीश कुमार ने कहा कि अगर कोई समाज सुधार के कार्यक्रमों का विरोध करेगा या फिर उसका मजाक उड़ाएगा तो समझ लीजिए कि वो खुद के ही पैर पर कुल्‍हाड़ी मार रहा है। ये नसीहत आरजेडी नेताओं के लिए थी।