जम्मू कश्मीर में आर्मी कैंप पर आतंकियों का हमला, दो JCO शहीद, 4 घायल
जम्मू कश्मीर में सुंजवान में सेना के कैंप पर आतंकियों ने हमला कर दिया, इस हमले में 2 जेसीओ शहीद हो गए, 4 जवान घायल हो गए हैं, आतंकियों को घेर लिया गया है।
New Delhi, Feb 10: आतंकियों ने फिर से उड़ी हमले वाली हरकत की है, इस बार जम्मू कश्मीर सुंजवान आर्मी कैंप पर हमला किया गया, इस हमले में सेना के दो जेसीओ शहीद हो गए हैं, साथ ही 4 जवान घायल भी हो गए हैं। इस हमले के बाद आर्मी कैंप को चारों तरफ से घेर लिया गया है, आतंकियों के खिलाफ आखिरी वार के रूप में पैरा कमांडोज को भी उतार दिया गया है, केंद्रीय गृह मंत्रालय पूरे घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है। इस घटना ने एक बार फिर से उड़ी में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले की याद दिला दी, ये हमला शनिवार तड़के हुआ था, जब 4 से 5 हथियारबंद आतंकियों ने कैंप पर हमला कर दिया था।
आतंकी पूरी तैयारी के साथ आए थे, तड़के आतंकी जम्मू कश्मीर में सेना के सुंजवान कैंप में घुस गए, सभी के पास भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद था। अचानक हुए हमले में दो जेसीओ शहीद हो गए, साथ ही 4 जवानों समेत 6 लोगों के घायल होने की भी खबरें आ रही हैं। फिलहाल अब आतंकियों को चारों तरफ से गेर लिया गया है। आतंकियों के खिलाफ इस ऑपरेशन में सैनिकों के साथ अब पैराकमांडोज भी शामिल हो गए हैं। बता दें कि आतंकी जेसीओ क्वॉर्टर में भी घुसने में कामयाब हो गए थे। आतंकियों की तलाश के लिए जवान हर कमरे की छानबीन कर रहे हैं। आतंकियों के हमले के फौरन बाद ही इंडियन एयरफोर्स के पैरा कमांडोज को जम्मू कश्मीर के लिए रवाना कर दिया गया।
अभी तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक जेसीओ की इमारत में घुस गए आतंकवादियों के सफाए के लिए हर कमरे की तलाशी ली जा रही है। खबर ये भी आई थी कि एक जेसीओ की बेटी के भी इस हमले में घायल हो गई है। इस से साफ हो रहा है कि आतंकी भारी तबाही मचाने के इरादे से आए थे। वो रिहायशी इलाकों में भी तबाही मचाने का मंसूबा रखते थे, उनका मकसद केवल जान लेना था, जिस से ज्यादा से ज्यादा हंगामा खड़ा हो सके। लेकिन अब आतंकी घिर गए हैं, उनको चारों तरफ से घेर कर खोजा जा रहा है, उनके बचने की उम्मीद काफी कम है। पूरे घटनाक्रम पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ साथ रक्षा मंत्रालय भी नजर रखे हुए है।
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने घटना के बारे में रक्षा मंत्री को जानकारी दी, केंद्र की तरफ से कहा गया है कि हर संभव मदद की जा रही है। इस से पहले शनिवार अल सुबह आतंकी ग्रेनेड फेंकते हुए सेना के कैंप में घुस आए। खास बात ये है कि पहले से ही खुफिया इनपुट था कि आतंकी हमला हो सकता है। इस बात की जानकारी भी मिली थी कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी संसद हमले के दोषी अफजल गुरू की पांचवीं बरसी पर हमले की योजना बना रहे हैं। इस हमले के बाद भारतीय सेना आतंकियों के सफाए में जुट गई है, सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पहले ही कहा था कि किसी भी तरह की गुस्ताखी का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।