ओवैसी के तन-बदन में आग लगा सकता है सुब्रमण्यम स्वामी का ये बयान

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्‍ठ नेता और राज्‍यसभा सांसद सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने एक ऐसा बयान दिया है जिससे ओवैसी के तन-बदन में आग लग सकती है।

New Delhi Feb 12 : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्‍ठ नेता और राज्‍यसभा सांसद सुब्रमण्‍यम स्‍वामी और AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी के बीच की तकरार जगजाहिर है। दोनों के बीच 36 का आंकड़ा रहता है। इस बीच सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने एक ऐसा बयान दे दिया है जिस पर AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी के तन-बदन में आग सी लग सकती है। वैसे भी इन दिनों राम मंदिर के मसले पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड में आग सी लगी हुई है। सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने इसी जले पर नमक और छिड़क दिया है। बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि इसी साल अयोध्‍या में राम मंदिर बन जाएगा। इतना ही नहीं उन्‍होंने तो इस मसले पर तारीख तक बता दी है। स्‍वामी का कहना है कि इस साल अक्‍टूबर तक राम मंदिर बन जाएगा और इस साल की दिवाली अयोध्‍या के राम मंदिर में ही सेलीब्रेट की जाएगी।

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सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने ये बातें दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉन्फ्रेंस सेंटर में कहीं। उनका कहना है कि भगवान राम हमारे राष्ट्र की अवधारणा के प्रतीक हैं। उन्‍होंने कहा कि हमें पूरी उम्‍मीद है कि इस साल की दिवाली हम अयोध्‍या के राम मंदिर में ही सेलीब्रेट करेंगे। सुब्रमण्‍यम स्‍वामी का कहना है कि हमें इस बात की भी उम्‍मीद है कि सुप्रीम कोर्ट से इस केस में फैसला भी हमारे पक्ष में ही आएगा। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में इस केस में कार्यवाही शुरु हो गई है। स्‍वामी कहते हैं कि हमारी ओर से अदालत में जो दस्‍तावेज और साक्ष्‍य पेश किए गए हैं वो बहुत ठोस हैं। उन्‍हें काटा नहीं जा सकता है। बस अदालत को सारे सबूत एक बार देखने भर की देर है। इसके बाद इस केस में बहस की कोई जरुरत ही नहीं पड़ेगी। उन्‍होंने कहा कि अक्‍टूबर में राम मंदिर निर्माण का काम शुरु हो जाएगा। दिवाली के दिए हम वहीं जलाएंगे। इसके साथ ही उन्‍होंने कई और बातें कहीं।

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सुब्रमण्‍यम स्‍वामी का कहना है कि राम मंदिर और बाबरी मस्जिद में कोई धार्मिक विवाद नहीं है। ये जमीन का विवाद है। उन्‍होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इसी बात को माना है। इसके साथ ही उनका कहना है कि इस्‍लाम धर्म में मूर्ति पूजा नहीं होती है। इसलिए मस्जिद को शिफ्ट किया जा सकता है। इसके साथ ही उन्‍होंने कहा कि इस वक्‍त बच्‍चों को जो किताबें पढ़ाई जा रही हैं उस पाठयक्रम को भी बदलने की जरुरत है। जाहिर है सुब्रमण्‍यम स्‍वामी का ये बयान AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी को नागवार गुजर सकता है। क्‍योंकि ओवैसी पहले से इस बात को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं कि जब ये मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है तो फिर बीजेपी नेताओं और संघ परिवार की ओर से कैसे राम मंदिर के निर्माण की तारीख दी जा रही है। ओवैसी पहले भी इस तरह के बयानों को लेकर आपत्ति जता चुके हैं। लेकिन, इन सब के बाद भी स्‍वामी ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बयान दिया है।

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जहां एक ओर सुब्रमण्‍यम स्‍वामी के बयान से ओवैसी सरीखे लोग बवाल खड़ा कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर अयोध्‍या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सुलह का फार्मूला देने वाले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के एग्‍जीक्‍यूटिव मेंबर मौलाना सैयद सलमान हुसैनी नदवी को बोर्ड से बर्खास्‍त कर दिया गया है। हालांकि नदवी का कहना है कि वो इस मसले के शांतिपूर्ण समझौते को लेकर हिंदु भाइयों से बातचीत जारी रखेंगे। मौलाना नदवी ने भी इस बात को माना है कि शरीयत में मस्जिद को एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट करने का प्रावधान है। अभी गुरुवार को ही मौलाना सैयद सलमान हुसैनी नदवी ने बंगलुरु में श्रीश्री रविशंकर से मुलाकात की थी। इसी मीटिंग में मौलाना नदवी ने राम मंदिर निर्माण और बाबरी मस्जिद को दूसरी जगह शिफ्ट किए जाने को लेकर तीन सुझाव दिए थे। जिससे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड नाराज था।