इंद्राणी मुखर्जी ने जेल में खोल दिए कार्ति चिदंबरम के हर ‘वो’ राज ?

आईएनएक्‍स मीडिया केस में सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम और इंद्राणी मुखर्जी को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की। पीटर मुखर्जी से भी पूछताछ हुई।

New Delhi Mar 04 : कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और देश के पूर्व वित्‍त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। रविवार को सीबीआई की टीम कार्ति चिदंबरम को लेकर मुंबई पहुंची। यहां पर कार्ति चिदंबरम और इंद्राणी मुखर्जी का आमना-सामना कराया गया। दोनों से एक साथ पूछताछ की गई। इसके अलावा सीबीआई ने कार्ति और पीटर मुखर्जी को भी अलग से आमने सामने बिठाया और पूछताछ की। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक फेस टू फेस हुई इस पूछताछ में इंद्राणी मुखर्जी ने सीबीआई के सामने कई राज उगले हैं। ये राज कार्ति के गले की फांस बन सकते हैं। वैसे भी आईएनएक्‍स मीडिया केस में कार्ति की गिरफ्तार भी इंद्राणी के बयान के आधार पर ही हुई है। बताया जा रहा है कि दोनों ही लोगों से पूछताछ पूरी होने के बाद कार्ति चिदंबरम को वापस ले आया जाएगा। कार्ति अभी सीबीआई की रिमांड पर है।

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दरअसल, शीना वोरा हत्‍याकांड में इस वक्‍त इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी दोनों ही मुंबई में जेल में कैद हैं। इंद्राणी मुखर्जी को मुंबई की भायखला जेल में रखा गया है। जबकि पीटर मुखर्जी मुंबई की ही ऑर्थर रोड जेल में बंद है। सीबीआई आईएनएक्‍स केस की लंबे समय से जांच कर रही है। उस दौरान इंद्राणी मुखर्जी ने सीबीआई को इस बात की जानकारी दी थी कि तत्‍कालीन वित्‍त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने ही फॉरन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड क्लीयरेंस के लिए करीब साढ़े छह करोड़ रुपये की मांग की थी। इंद्राणी मुखर्जी ने सीबीआई को ये भी बताया था कि इस डील को लेकर दोनों की मुलाकात कहां हुई थी। इंद्राणी ने सीबीआई को जानकारी दी थी कि कार्ति चिदंबरम के साथ उनकी ये डील दिल्‍ली के होटल हयात में हुई थी। इस मुलाकात का मकसद सिर्फ और सिर्फ फॉरन इन्वेस्टमेंट के लिए फॉरन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड की क्‍लीयरेंस को मैनेज कराना था।

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जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि कार्ति चिदंबरम ने इस काम के लिए शुरुआत में इंद्राणी मुखर्जी से दस लाख डॉलर की मांग की थी। ये मामला साल 2007 में उस वक्‍त का था जब केंद्र में यूपीए वन की सरकार हुआ करती थी और कार्ति के पिता पी चिदंबरम देश के वित्‍त मंत्री हुआ करते थे। पी चिदंबरम पर भी आरोप है कि उन्‍होंने अपने बेटे और उसकी कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए इस काम को आसान बना दिया था। इंद्राणी मुखर्जी के इन्‍हीं आरोपों को आधार बनाकर सीबीआई ने कार्ति चिदंबरम के खिलाफ जांच शुरु की थी। कार्ति को 28 फरवरी को उस वक्‍त गिरफ्तार कर लिया गया था जब वो लंदन से चेन्‍नई एयरपोर्ट पहुंचे थे। चेन्‍नई एयरपोर्ट पर ही सीबीआई ने उन्‍हें धरदबोचा था। इसके बाद उन्‍हें सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया था। सीबीआई की स्‍पेशल कोर्ट ने कार्ति को पांच मार्च तक रिमांड पर भेजा है।

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इस केस की जांच को आगे बढ़ाते हुए सीबीआई अब कार्ति को लेकर मुंबई पहुंची। सूत्रों का कहना है कि इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी के साथ आमने-सामने की पूछताछ में कई और सनसनीखेज बातों का खुलासा हुआ है। दरअसल, इस डील में इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी दोनों ही शामिल थे। इसीलिए सीबीआई कार्ति का दोनों के साथ आमना-सामना कराना चाहती थी। वो भी अलग-अलग ताकि दोनों के बयानों में फर्क को भी महसूस कर झूठ को पकड़ा जा सके। इसीलिए दोनों से एकसाथ की बजाए अलग-अलग पूछताछ की गई। कार्ति को पहले भायखला जेल ले जाया गया जहां इंद्राणी बंद थी। बाद में उसे ऑर्थर रोड, यहां पीटर मुखर्जी कैद है। सूत्रों का कहना है कि इस केस में सीबीआई कांग्रेस पार्टी के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व वित्‍त मंत्री पी चिदंबरम पर भी शिकंजा कस सकती है। बहुत मुमकिन है‍ कि जल्‍द ही चिदंबरम से भी पूछताछ हो।