“हिन्दू नववर्ष” : एक यक्ष प्रश्न !

अनेक संदेशों में “हिन्दू नववर्ष ” का उल्लेख आया है. “हिन्दू नववर्ष – २०७५”. जबकि चैत्र शुक्लपक्षीय प्रतिपदा को “विक्रम संवत” का नया वर्ष शुरू होता है।

New Delhi, Mar 18 : कल से लेकर अभी तक अनेकानेक मित्रों, शुभचिंतकों आदि के नववर्ष के शुभागमन की बधाईऔर शुभकामना के सन्देश मिल रहे हैं. मेरी और मेरे परिजनों की ओर से सभी को हार्दिक शुभकामनाएं.
अनेक संदेशों में “हिन्दू नववर्ष” का उल्लेख आया है. “हिन्दू नववर्ष – २०७५”. जबकि चैत्र शुक्लपक्षीय प्रतिपदा को “विक्रम संवत” का नया वर्ष शुरू होता है. भारतीय नववर्ष “शक संवत” के रूप में चैत्र की प्रथम तिथि को प्रारम्भ होता है,

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जो इसी 18मार्च को 1940 वे वर्ष में प्रवेश कर चुका है. अनेक भारतीय विक्रम संवत की आषाढ़ शुक्लपक्षीय प्रतिपदा को नववर्ष का शुभारंभ मानते हैं. जैन धर्मावलंबी कार्तिक शुक्लपक्षीय एकम को “महावीर निर्वाण वर्ष” के तौर पर अपने नये वर्ष का शुभारंभ मानते हैं. पंजाबी का बैसाखी,बंगाली का पहला बैसाख,कश्मीरी का नवरह ,आसाम का बिहु,बिहार झारखंड का पहला वैशाख, ओड़िसा का महा विश संक्रान्ति,तेलंगाना आंध्रा कर्नाटक का उगाड़ी , केरल का विशु, तमिलनाडु का पुथुंडा, मणिपुर का चेरेबा, त्रिपुरा पहला बैसाख, भारतीय नववर्ष अपनी-अपनी परंपरा से है, और भारत के विभिन प्रांत के हिन्दू भिन्न तिथियों को नववर्ष मानते हे।

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“हिन्दू वर्ष” यह ‘जुमला’ गत तीन वर्षों से जरूर बाजार में चल निकला है, उत्तरप्रदेश के नतीजों के बाद तो धड़ल्ले से. हाँ, Chaitraराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ परिवार के “हिंदुत्ववादी” संगठन अपने भगवा झंडे के प्रतीक के साथ जरूर अपने दायरे में इसे मनाते रहे हैं.

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राजा विक्रमादित्य की स्मृति में मनाया जाने वाला विक्रम संवत “हिन्दू संवत” कब से हो गया ? क्या यह देश को कट्टर हिंदुत्व की दिशा में लेजाने की सोची-समझी चाल का एक अंग है ?
अंत में एक यक्ष प्रश्न : विक्रमादित्य की स्मृति में प्रचलित विक्रम संवत को 2074वर्ष पूरे हो गये. क्या तथाकथित “हिन्दू धर्म” की कालगणना मात्र इक्कीस शताब्दी पूर्व से ही है ?
जहां तक मेरी जानकारी है भारतीयता का धर्म सनातन धर्म है। हिन्दू तो एक भौगोलिक औऱ बाद में राजनीतिक शब्द है जिसका धर्म, आध्यात्म, आस्था से कोई वास्ता नहीं।

(वरिष्ठ पत्रकार पंकज चतुर्वेदी के फेसबुक वॉल से साभार, ये लेखक के निजी विचार हैं)