बिहार का लाल बना गूगल ‘ब्वॉय’, मिला इतने करोड़ का पैकेज

बिहार : अपनी सफलता पर बोलते हुए आदर्श ने कहा कि गणित के प्रति उनका लगाव इतनी गहराई तक थी, कि जब उन्हें गूगल से बुलावा आया, तो उन्हें बिल्कुल भी हैरानी नहीं हुई।

New Delhi, Jun 03 : बिहार की राजधानी पटना के पास छोटकी खरवां गांव के रहने वाले आदर्श ने अपने उस सपने को हासिल कर लिया, जिसे उन्होने आठवीं क्लास से देखना शुरु किया था। बोर्ड परीक्षा में गणित में 100 में 100 अंक हासिल करने वाले आदर्श को इस विषय से बेहद लगाव है। उन्होने बताया कि जब कभी गणित से जुड़ा कॉम्पिटीशन हुआ, तो उन्होने कोई मौका नहीं छोड़ा। उनके गणित से प्यार का ही नतीजा है कि पहली बार में ही आईआईटी जैसी कठिन परीक्षा पास की, फिर गूगल में नौकरी हासिल कर ली।

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गूगल में जगह पाना बड़ा सम्मान
अपनी सफलता पर बोलते हुए आदर्श ने कहा कि गणित के प्रति उनका लगाव इतनी गहराई तक थी, कि जब उन्हें गूगल से बुलावा आया, google-logoतो उन्हें बिल्कुल भी हैरानी नहीं हुई, क्योंकि उन्हें पता था कि गूगल उन्हें जरुर मौका देगा। इसके साथ ही उन्होने ये भी कहा कि गूगल में एक करोड़ से ज्यादा का पैकेज पाना सम्मान की बात है।

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एक करोड़ से ज्यादा का पैकेज
आपको बता दें कि बिहार के इस बेटे को गूगल ने 1.16 करोड़ के सलाना पैकेज पर चुना है। जब आदर्श से पूछा गया कि adarshगूगल में नौकरी पाने और एक करोड़ से ज्यादा का पैकेज उन्होने कभी उम्मीद की थी, तो उन्होने कहा कि अपने चयन से गर्व हो रहा है, क्योंकि गूगल जैसी कंपनी में ऐसी सैलरी आसानी से नहीं मिलती, हालांकि मैं बिल्कुल भी हैरान नहीं हूं, मुझे उम्मीद थी, कि मेरा चयन हो जाएगा।

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पिता चाहते थे बेटा डीएम-एसपी बनें
बिहार के यूपीएससी का कुछ खास ही क्रेज है, आदर्श के पिता भी चाहते थे, कि वो यूपीएससी की तैयारी करें और परीक्षा पास कर डीएम-एसपी बनें। adarsh1लेकिन आदर्श के मुताबिक डीएम-एसपी बनने से बड़ी बात गूगल में नौकरी पाना है, इसके लिये उन्होने कड़ी मेहनत की है, आठवीं क्लास में ही उन्होने ठान लिया था, कि उन्हें इंजीनियर बनना है, तभी से उन्होने आईआईटी की तैयारी शुरु कर दी थी।

फिल्मों से लेते हैं प्रेरणा
आदर्स कहते हैं कि जो भी करो, मन लगा कर करो, फिर चाहे फिल्म देखो, गेम्स खेलो या पढाई करो। आदर्श को फिल्में देखना भी बहुत पसंद है, adarsh3उनके अनुसार वो फिल्मों से प्रेरणा लेते हैं। हॉलीवुड फिल्म ट्रांसफॉर्मर के डायलॉग तुम कौन हो और तुम यहां क्यों हो ? ( हू आर यू एंड व्हाई आर यू हियर) से वो बहुत प्रभावित हुए थे।

आईआईटी रुडकी से बीटेक
गूगल में नौकरी पाने वाले आदर्श ने बारहवीं तक की पढाई पटना के बीडी पब्लिक स्कूल से पूरी की है, फिर आईआईटी रुडकी से उन्होने बीटेक की डिग्री हासिल की, adarsh2इसके बाद कॉलेज प्लेसमेंट में उन्हें गूगल का ऑफर मिला, जिसे उन्होने स्वीकार कर लिया। आदर्श कहते हैं कि गूगल की नौकरी कोई चौंकाने वाली बात नहीं है। लेकिन परिवार वालों की बधाइयां मिलती है, तो लगता है कि उन्होने क्या हासिल किया है।

पिछले महीने बिहार की लड़की ने ज्वाइन किया था गूगल
आपको बता दें कि पिछले महीने ही पटना के पास खगौल की रहने वाली मधुमिता ने गूगल ज्वाइन किया था, mahdumitaमधुमिता सॉफ्टवेयर इंजिनियर हैं और उन्हें करीब 1 करोड़ के पैकेज का ऑफर दिया गया था, जिसके बाद उन्होने गूगल के हेड ऑफिस स्वीटजरलैंड में जाकर ज्वाइन किया था।