सगाई करने पहुंचा था किरण बेदी का ओएसडी, लड़की की समझदारी की वजह से पहुंच गया जेल

होने वाली दुल्हन को शुरु से ही इस मामले में दाल में कुछ काला नजर आ रहा था, लड़की जब मंजीत राज से उसकी पहले की पोस्टिंग और साथी आईएएस अधिकारियों की बात करती, तो वो टालमटोल करने लगता।

New Delhi, Jun 05 : पुद्दुचेरी की लेफ्टिनेंट गर्वनर किरण बेदी का फर्जी ओएसडी बन एक शख्स सगाई रचाने के लिये आगरा आया था, फर्जी शख्स के साथ पुलिस ने उसके पिता और भाइयों को भी गिरफ्तार कर लिया है। युवती की समझदारी की वजह से आरोपी की पोल खुल गई। पुलिस ने जब आरोपी को पकड़ा, तो पहले तो उस शख्स ने पुलिस को खूब डराया-धमकाया, वो पुलिस को बार-बार धौंस देता रहा, फिर बाद में उसने कबूल कर लिया, कि वो बीएससी पास है और सिविल सर्विसेज का एग्जाम दे चुका है। न्यू आगरा पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है। इनके पास से लाखों की नकदी और जेवर भी बरामद किये गये हैं।

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क्या है मामला ?
आगरा के दयालबाग में रहने वाले रिटायर्ड शिक्षा अधिकारी अपनी बेटी की शादी के लिये मैरिज ब्यूरो में रजिस्ट्रेशन कराया था, UP-Police-3पुलिस ने इस मामले में बताया कि एक महीने पहले गाजीपुर थाना करंडा निवासी शिवगेविंदराम के बेटे मंजीत राज ने परिवार का प्रोफाइल देख युवती को जाल में फंसाने की योजना तैयारी की। लड़की के परिजनों से उसने संपर्क किया और खुद को डॉ. किरण बेदी का ओएसडी बताया। उसने कहा कि उसका एक फ्लैट दिल्ली में है।

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लड़की के घरवालों को फेसबुक प्रोफाइल दिखाया
पुलिस ने मामले में आगे जानकारी देते हुए कहा कि शिक्षा अधिकारी और उनकी बेटी ने मंजीत का फेसबुक प्रोफाइल देखा, Manjeet Raj1जिसमें वो तमाम नौकरशाहों और राजनीतिक लोगों के साथ तस्वीर खिंचवा कर फेसबुक पर डाल रखा था। एक तस्वीर में वो किरण बेदी के साथ भी दिखाई दे रहा था। संसद समेत अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर भी उसने तस्वीरें खिंचवा रखी थी। जिससे लड़की वाले आश्वस्त हो गये, कि लड़का सच में आईएएस अधिकारी है।

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4 करोड़ रुपये मांगी थी दहेज
रिश्ते की बात आगे बढाने के लिये शिक्षा अधिकारी मंजीत के गांव गाजीपुर पहुंचे, तो वहां भी लोगों ने उसे आईएएस अधिकारी बताया, जिसके बाद 15 दिन पहले लड़की वाले बनारस गये और मंजीत तथा उनके परिजनों को एक होटल में बुलाकर रिश्ता पक्का करने के लिये 4.51 लाख रुपये देकर शगुन किया। सगाई तीन जून को आगरा में करने की बात तय हो गई। बताया जा रहा है कि शादी के लिये आरोपी ने चार करोड़ रुपये दहेज की मांग की थी, बाद में बात एक करोड़ रुपये में तय हुई थी।

युवती को हुआ शक
होने वाली दुल्हन को शुरु से ही इस मामले में दाल में कुछ काला नजर आ रहा था, लड़की जब मंजीत राज से उसकी पहले की पोस्टिंग और साथी आईएएस अधिकारियों की बात करती, तो वो टालमटोल करने लगता। Manjeet Raj3इससे लड़की का शक गहराता चला गया, उन्होने अपने पिता और दूसरे परिवार के सदस्यों को इस बारे में बताया, तो फिर मंजीत राज के बारे में गहरी छानबीन शुरु हो गई। असलियत जानने के 5 दिन पहले इसकी शिकायत सीओ हरीपर्वत से उन्होने की, तो पुलिस ने आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई।

सगाई से पहले ही खुल गई पोल
रविवार रात को फर्जी आईएएस मंजीत राज अपने परिवार के सदस्यों और दोस्तों के लेकर सगाई के लिये लड़की के घर पहुंच गया। Manjeet Raj2पोल तो उसकी पहले ही खुल चुकी थी, लेकिन फिर भी उसे उलझाये रखने के लिये लड़की के घर वाले उससे ट्रेनिंग, पोस्टिंग और बैचमेट्स अधिकारियों के बारे में पूछना शुरु कर दिया, जिससे उनकी असलियत सामने आने लगी। दूसरी ओर पुलिस को भी चुपके से उनके आने की सूचना दे दी गई।

पहले दिखाया धौंस, फिर सच कबूला
पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर थाने ले गई, पहले तो थाने में भी कई घंटे तक वो अपने विभिन्न राजनीतिक और आईएएस लॉबी से संबंध बताते हुए धौंस दिखाने की कोशिश करता रहा। UP Policeआधी रात तक चली पूछताछ और पुलिस के सख्ती के बाद मंजीत ने सच कबूला, उसने बताया कि वो आईएएस नहीं है। जिसके बाद पुलिस ने मंजीत, उसके पिता शिवगोंविद राम, रमा शंकर और धर्मेंन्द्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।