आज है अधिकमास की अमावस्या, भूलकर भी ना करें ये 5 काम, हो सकता है अशुभ
हिंदू धर्म में अमावस्या का दिन की अपनी महत्ता है, इस दिन कुछ कामों को करने की मनाही है । सुख-शांति चाहते हैं तो ऐसे किसी भी कार्य को करने से बचें ।
New Delhi, Jun 13 : आज रात, अधिकमास की अमावस्या पड़ रही है । इसके साथ ही मलमास का महीना भी खत्म हो जाएगा । आपको बता दें अधिक मास का महीना हर 3 साल में एक बार आता है । इस वजह से आज की अमावस्या बहुत ही खास है । शास्त्रों में अमावस्या पर कुछ कार्य न करने की सलाह दी गई है । ऐसे कार्य जिन्हें करने से जीवन मेंउथल पुथल हो सकती है । जानिए उन कामों के बारे में जो अधिकमास की अमावस्या पर नहीं करने चाहिए ।
सुनसान जगह पर ना जाएं
अमावस्या पर भूत-प्रेत, पितृ, पिशाच, निशाचर जीव-जंतु और दैत्य ज्यादा सक्रिय रहते हैं। इसकी वजह से हमारे चारो ओर नकारात्मक शक्तियां सक्रिय हो जाती है इसलिए अमावस्या की रात को किसी सुनसान जगह पर जाने से बचना चाहिए खासतौर पर श्मशान की तरफ तो कभी भूलकर भी नहीं जाना चाहिए।
संध्या काल में सोएं नहीं
यदि आपकी आदत रोज शाम तक सोने की है तो इस दिन सूर्यास्त से पहले ही उठ जाएं । किसी भी अमावस्या के दिन देर तक सोने की आदत भी सही नहीं । सुबह जल्दी उठें और नहा धेकर पूजा घर में दीपक जरूर जलाएं । इसके बाद सूर्य देवता को अर्घ्य दें और उनसे सुखद जीवन की कामना करें । अमावस्या की रात अधिक देर तक उठे ना रहें ।
लड़ाई – झगड़ा ना करें
अमावस्या पर घर में लड़ाई-झगड़े से बचना चाहिए। अगर आप घर में अमावस्या पर परिवार के सदस्यों से वाद-विवाद करते हैं तो इस दिन पितरों की कृपा नहीं मिलती है इसलिए इस दिन घर में शांति का वातावरण बनाएं रखना चाहिए। इस दिन घर में लड़ाई झगड़ा करने से घर की सुख शांति चली जाती है, दुख का माहौल बना रहता है ।
तामसिक चीजों से दूर रहें
अमावस्या पर तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए । इस दिन मांस, बहुत मसालेदार भोजन से बचना चाहिए । इस दिन किसी भी प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए । ऐसी चीजों का सेवन करने से सेहत भी बिगड़ती है । ये स्वास्थ्य की दृष्टि से ठीक नहीं माना जाता । इस रात में नकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होता है, जो तामसिक भोजन के साथ व्यक्ति के लिए हानिकारक हो सकता है ।
शारीरिक संबंध ना बनाएं
अमावस्या पर पति-पत्नी के बीच संबंध नहीं बनना चाहिए । ऐसा गरुण पुराण में कहा गया है । गरुण पुराण के अनुसार अमावस्या पर संबंध बनाने से पैदा होने वाली संतान जीवन में कभी भी सुखी नहीं रह पाती है । उसके जीवन में सुख के योग कम हो जाते हैं । दुख का साया सिर पर सदैव मंडराता रहता है । इसलिए इस दिन पति – पत्नी एक दूसरे से अलग ही रहें, इसे उचित माना गया है ।