भय्यूजी को मिल रही थी चरित्र खराब करने की धमकी, घबरा जाते थे एक कॉल से, सच पढ़कर सब हैरान
भय्यूजी महाराज के सुसाइड का मामला और पेचीदा होता जा रहा है, अब खबर आई है कि किसी फोन कॉल की वजह से तनाव में थे जिस पर उन्हें चरित्र खराब करने की धमकी मिलती थी ।
New Delhi, Jun 16 : पत्नी-बेटी के झगड़े के अलावा भी भय्यूजी महाराज की जिंदगी में तनाव के कई कारण सामने आ रहे हैं । अब बताया जा रहा है कि उन्हें छवि खराब हो जाने का सबसे ज्यादा डर था । कुछ दिनों पहले पत्नी के जन्मदिन के आयोजन में भी वो तनाव में ही नजर आए । सुसाइड के लिए महाराज ने तनाव को ही कारण बताया था और उन्होने लिखा था कि वो बहुत ज्यादा तनाव से गुजर रहे हैं, और इस सबसे ऊब चुके हैं इसलिए खुद को खत्म करने जा रहे हैं । मामले की जांच कर रही पुलिस टीम को कुछ और अहम बातें पता चली हैं ।
8 जून को पत्नी का जन्मदिन
8 जून को भय्यूजी की पत्नी डॉ. आयुषी का जन्मदिन था । इस मौके पर उन्होने घर पर पार्टी का आयोजन किया था । पूरे आयोजन के दौरान भय्यूजी तनाव में नजर आए । खुद को गोली मारने से ठीक एक हफ्ते पहले भय्यूजी का तनाव में रहना कई लोगों को खटका था । बताया जा रहा है कि उन्हे अलग-अलग तरह के फोन आते थे । जबकि घर पर ही चरित्र खराब करने की भी धमकी दी जाती थी । इन सबकी वजह से वो काफी दबाव महसूस करने लगे थे ।
कुहू को लंदन भेजना चाहते थे भय्यूजी
जानकारी मिली है कि भय्यूजी अपनी बेटी कुहू को लंदन शिफ्ट करना चाहते थे । जिसमें मोटी रकम खर्च होनी थी । घर के लोग इस बात के खिलाफ थे और पत्नी से भी इस बात को लेकर मन मुटाव चल रहा था । सुसाइड से दो दिन पहले ही उन्होने किसी से 10 लाख रुपए के लोन की चर्चा की थी ।
अकेले में करते थे फोन पर बात
पारिवारिक सूत्रों और करीबियों से बातचीत में पता चला है कि भय्यूजी कुछ फोन कॉल्स के आने पर परेशान हो जाया करते थे । वो किसी और के सामने बात नहीं करते थे । सेवादार विनायक के सामने भी नहीं । किसी जानकार ने ये भी बताया कि किसी कंस्ट्रक्शन व्यापारी का फोन आते ही वो बहुत परेशान हो जाते थे । भय्यूजी के मोबाइल से पता लगा है कि उन्होने अपनी बेटी, पत्नी, विनायक, पड़ोसी मनमीत अरोरा और पुणे के सेवादार अनमोल चह्वाण से सबसे ज्यादा कॉल पर बात की थी ।
इन वजहों से भी था तनाव
बताया जाता है कि दूसरी शादी के बाद से ही उनके वर्चस्व में कमी आने लगी थी । उनके सूर्योदय ट्रस्ट से जुड़े कुछ खास लोगों ने उनका साथ छोड़ दिया था । वहीं गरीब लोगों के लिए जो सेवा कार्य श्री सद्गुरु दत्त धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट की ओर से शुरू किए गए थे वो भी सही प्रकार से नहीं चल रहे थे, उसका तनाव भी उन्हें था । उनके भक्तों की संख्या में भी कम आने लगी थी । पिछले कुछ समय से वो अपनी संपति का डिस्पोजल कर रहे थे ।
बेटी और सेवादार के बयान
देर रात पुलिस ने भय्यूजी की बेटी कुहू और सेवादार विनायक से बात की । उनकी बेटी कुहू के अनुसार वो अपनी मां को ही मानती हैं, डॉ. आयुषी उनकी मां नहीं है । कुहू ने ये भी कहा कि इस शादी की जानकारी उनको नहीं थी । वहां सेवादार विनायक ने बताया कि महाराज को कुछ ट्रस्टियों के छोड़े जाने और मकान के कर्ज को लेकर तनाव था । कभी-कभी वो ऐसी बातें उससे करते थे ।