100 के स्पीड से आ रही थी ट्रेन, महिला एक महीने के बेटे संग लेट गई पटरी पर, लेकिन खरोंच भी नहीं आई

करीब 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन उन दोनों को ऊपर से गुजर गया। हालांकि मां-बेटा दोनों को एक खरोंच तक नहीं आई।

New Delhi, Jun 24 : इलाहाबाद की एक महिला तबस्सुम शनिवार को गोरखपुर एलटीटी काशी एक्सप्रेस से मुंबई जा रही थी, अचानक ही वो एमपी के नेपानर रेलवे स्टेशन पर उतरी और अपने डेढ महीने के बेटे को सीने पर रखकर रेल ट्रैक पर लेट गई। तभी उस ट्रैक पुष्पक एक्सप्रेस आ गई, ट्रेन करीब 100 किमी की रफ्तार से थी, लेकिन गनीमत रही कि मां और बच्चे को एक खरोंच तक नहीं आया। वहां मौजूद यात्रियों ने मां-बेटे को रेल ट्रैक से हटाया ।

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स्तब्ध करने वाली घटना
नेपानगर रेलवे स्टेशन पर शनिवार को स्तब्ध कर देने वाली घटना हुई। दोपहर करीब साढे ग्यारह बजे एक महिला गोरखपुर एलटीटी काशी एक्सप्रेस से उतरी और बगल के ट्रैक पर जाकर लेट गई। तभी करीब 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पुष्पक एक्सप्रेस उन दोनों को ऊपर से गुजर गया। हालांकि मां-बेटा दोनों को एक खरोंच तक नहीं आई। फिर यात्रियों ने समझा-बुझाकर महिला को स्टेशन पर बिठाया।

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अपने नानी के घर जा रही थी महिला
25 वर्षीय तबस्सुम इलाहाबाद से अपनी नानी के घर मुंबई जा रही थी, महिला ने बताया कि उसकी सौतेली मां उसे बहुत परेशान करती थी। उसने उसका निकाह शादी-शुदा और उम्र में उससे बड़े मोहम्मद साजिद से करवा दिया था। पिता उसे मारता-पिटता था और प्रताड़ित करता था। फिर बाद में पति ने एक दिन तलाक के दे दिया।

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जीना नहीं चाहती
पति के तलाक देने के बाद से वो काफी तनाव में है, महिला ने बताया कि बेटा होने से करीब दो महीने पहले भी उसने जान देने की कोशिश की थी, लेकिन तब भी वो बच गई थी। फिर उसे सखी सेंटर भेज दिया गया था, कुछ दिन वहां गुजारने के बाद अब वो नानी के यहां मुंबई जा रही है, लेकिन बीच में ही उसने जान देने की कोशिश की।

यात्रियों ने समझा-बुझाकर बैठाया
तबस्सुम जीवन के दुखों के दुखी है, उसका कहना है कि वो बिल्कुल जीना नहीं चाहती है, हर कोई उसके साथ धोखेबाजी करता है, हालांकि स्टेशन पर मौजूद यात्रियों ने उसे समझाया-बुझाया। आरपीएफ ने मामले को सुलझाने और तबस्सुम को उसके परिजनों के पास पहुंचाने के लिये कवायद शुरु कर दी है।

परिजनों को बुलाया जा रहा है
नेपानगर के स्टेशन मास्टर ने इस बाबत महिला के परिजनों से संपर्क करने की कोशिश की है। बताया जा रहा है कि महिला के परिजनों को नेपानगर बुलाया गया है, जिसके बाद उन्हें सुपुर्द कर दिया जाएगा, इसके साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग को सूचना दे दी गई है, फिलहाल कुछ लोग इस महिला से बात करने की कोशिश कर रहे हैं।

मानसिक रुप से कमजोर है महिला
ट्रेन में इस महिला के साथ यात्रा कर रहे लोगों ने बताया कि महिला मानसिक रुप से कमजोर है, वो बार-बार अपना बयान बदल रही है। महिला के जीआरपी के जवान और रेलवे के एक महिला कर्मचारी के साथ हॉलीडे एक्सप्रेस से बुरहानपुर भेज दिया गया है। घटना के बाद करीब आधे घंटे तक काशी एक्सप्रेस स्टेशन पर खड़ी रही।