वायरल हो रही इस तस्वीर को शेयर करने से पहले जान लें इसका पूरा सच
कर्नाटक में मस्जिद को तोड़ने पर निकला मंदिर, इस संदेश के साथ एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है । लेकिन जरा सावधान हो जाएं, इस तस्वीर का सारा सच जानकर ही इसे आगे शेयर करें ।
New Delhi, Nov 21 : सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रही हर बात सच हो ये जरूरी नहीं, इसलिए अपने विवेक से काम जरूर लें । ये बात सबसे पहले लिखनी इसलिए जरूरी थी क्योंकि गलत खबरों को सच समझकर आगे बढ़ाने की गलती कई बार हो जाती है । ऐसा ही कुछ सोशल मीडिया पर इन दिनों वायरल हो रहा है । खबर है कि कर्नाटक में मस्जिद को तोड़ने पर मंदिर निकला है । जाहिर है इस खबर ने खास तबकों को प्रभावित किया है । लेकिन क्या किसी ने भी इस वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने की कोशिश की ।
इस हैंडल से सामने आई तस्वीर
इन दिनों एक तस्वीर खूब वायरल हो रही है । मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस तस्वीर को @umagarghi नाम के ट्विटर हैंडल से शेयर किया गया है । इसमें तस्वीर के साथ एक संदेश भी डाला गया है । इसमें लिखा गया है – ‘जब कर्नाटक के रायचुर में सड़क को चौड़ा करने के लिए एक मस्जिद को तोड़ा गया तो उन्हें यह मंदिर मिला। हमें सभी मस्जिदों को तोड़ने की जरूरत है।’
तस्वीर हो रही है वायरल
तस्वीर में खंडहर नुमा दीवार पर एक देवी प्रतिमा दिखाई दे रही है । प्रतिमा के सामने सीढि़यां हैं । जिस पर कुछ लोग खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं । एक पंडित भी साइड में नजर आ रहे हैं । इसी तस्वीर पर दावा किया जा रहा है कि रायचुर में सड़क को चौड़ा करने के लिए जब मस्जिद को तोड़ा गया तो उसमें पुराना मंदिर निकला। इस ट्वीट को 11 नंबवर को किया गया था, जिसे कई बार रीट्वीट किया गया। लेकिन आप इस तस्वीर को गौर से देखें तो सच आपके सामने आ ही जाएगा ।
ये है तस्वीर की सच्चाई
इस तस्वीर के अंतिम हिस्से में एक लोगों नजर आ रहा है । ‘चंद्रा कलरिस्ट’ का ये लोगो देखकर ही पता चल रहा है कि ये किसी कलाकार की रचना हो सकती है । चंद्रा कलरिस्ट नाम को जब फेसबुक पर खंगाला गया तो इस नाम से एक फेसबुक अकाउंट मिला है । 8 मई, 2016 को इस अकाउंट से एक तस्वीर पोस्ट की गई है । मंदिर के स्थान के बारे में इस पर एक सवाल के जवाब ने कलाकार ने लिखा है कि ये उनकी डिजिटल कलाकारी है, ये सच की तस्वीर नहीं है । इसे बनाया गया है ।
पहले भी वायरल हो चुकी है तस्वीर
मीडिया रिपोर्ट के हवाले से ये बात सामने आई है कि इस तस्वीर के साथ कुछ और तस्वीरें भी सेम कैप्शन के साथ वायरल हुई थीं । 12 अप्रैल, 2016 को कुछ हैंडल्स से इन तस्वीरों को ट्वीट किया गया था । ये तस्वीरें तब भी जमकर वायरल हुई थीं । बिना सत्यता की पुष्टि के इन तस्वीरों को कई बार शेयर किया गया । ऐसी तस्वीरों और ऐसी खबरों को लेकर सावधानी बरतनी बहुत ही जरूरी है । क्योंकि ये खबरें समाज में नफश्रत का बीज बोने के लिए काफी है ।