मध्य प्रदेश- 3 बागियों ने उड़ाई बीजेपी की नींद, अमित शाह के फोन से एक का तेवर पड़ा ठंडा

बीजेपी के एक और बागी नेता और एमपी के पूर्व मंत्री राघव जी ने विदिशा की शमशाबाद सीट से पर्चा दाखिल कर दिया था, एमपी बीजेपी के नेताओं की तमाम कोशिशों के बाद भी वो नहीं माने।

New Delhi, Nov 22 : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मतदान में कुछ ही दिन बचे हैं, ऐसे में सत्तारुढ बीजेपी के बागी नेताओं ने सीएम शिवराज सिंह चौहान और पार्टी हाईकमान की नींद उड़ा रखी है, वैसे तो टिकट वितरण में अनदेखी से कई नेता नाराज हैं, लेकिन कुछ तो खुलकर पार्टी के खिलाफ ही चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे हैं, जिससे बीजेपी प्रत्याशी को परेशानी हो सकती है। कहा जा रहा है कि अमित शाह खुद बागियों से बात कर उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं।

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टिकट ना मिलने से नाराज
पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमारिया, ग्वालियर की पूर्व मेयर समीक्षा गुप्ता और नरेन्द्र कुशवाहा बीजेपी के खिलाफ खुलकर ताल ठोंक रहे हैं, हालांकि एमपी बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें मनाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन ये तीनों मानने को राजी नहीं हैं, शिवराज सिंह चौहान ने इन नाराज नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी प्रभात झा को सौंपा था, लेकिन झा इन्हें मनाने में नाकाम रहे।

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बागी नेताओं से सभी पार्टियां परेशान
ग्वालियर दक्षिण से निर्दलीय पर्चा दाखिल करने वाली पूर्व मेयर समीक्षा गुप्ता ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है, उन्होने पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी को मेहनती और काम करने वाले कार्यकर्ताओं की नहीं बल्कि गुलामों की जरुरत है, दूसरी ओर BJP के एक और बागी नेता नरेन्द्र कुशवाहा ने भी भिंड से सपा के टिकट पर पर्चा दाखिल कर दिया है, काफी मान-मनौव्वल के बाद भी ये बागी तेवर छोड़ने के लिये तैयार नहीं हैं। ऐसा नहीं है कि सिर्फ बीजेपी में ही ऐसा हो रहा है, कांग्रेस भी बागी नेताओं से परेशान है।

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अमित शाह ने की बात
BJP के एक और बागी नेता और एमपी के पूर्व मंत्री राघव जी ने विदिशा की शमशाबाद सीट से पर्चा दाखिल कर दिया था, एमपी बीजेपी के नेताओं की तमाम कोशिशों के बाद भी वो नहीं माने, मंगलवार देर रात तक उन्हें मनाने का सिलसिला जारी रहा, उन्होने खुद ही बताया कि भोपाल से लेकर दिल्ली तक उनके पास कई बड़े नेताओं के फोन आये, हालांकि उन्होने फोन करने वाले शख्स का नाम नहीं बताया, लेकिन कहा जा रहा है कि उन्हें बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने फोन किया था।

नरम पड़े तेवर
राघवजी से अमित शाह ने जब फोन पर बात की, तब से उनके तेवर थोड़े नरम दिख रहे हैं, बताया जा रहा है कि पार्टी हाईकमान ने उन्हें आश्वासन दिया है, कि उनकी अनदेखी नहीं की जाएगी, आगे उन्हें उचित मान-सम्मान दिया जाएगा। आपको बता दें कि 230 विधानसभा सीटों के लिये मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को मतदान किया जाएगा, नतीजे 11 दिसंबर को आएंगे।