राम मंदिर पर इंतजार हुआ खत्‍म, विश्‍व हिंदू परिषद की बैठक में तय हुई तिथि, इस अवसर पर होगा ऐलान

निर्मोही अखाड़ा के रामजी दास ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण की तिथि निर्धारित कर दी गई हे, इसकी घोषणा 2019 के कुंभ के दौरान प्रयागराज में होगी ।

New Delhi, Nov 26 : अयोध्या में बिना देरी राम मंदिर निर्माण की बढ़ती मांग के बीच निर्मोही अखाड़ा की ओर से रामजी दास का बयान आया है । उन्‍होने यहां कहा कि मंदिर निर्माण की तिथि अगले साल की शुरूआत में प्रयागराज कुंभ के दौरान घोषित की जाएगी । मंत्रोच्चारण के बीच भक्तमाल की बगिया में धर्मसभा को संबोधित कर रहे रामजी दास ने ये बड़ी बात कही । उन्‍होने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की । ये भी कहा कि अब कुछ दिन का इंतजार और फिर सब ठीक हो जाएगा ।

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रामजी दास ने धैर्य रखने को कहा
भक्तमाल की बगिया में धर्मसभा को संबोधित कर रहे रामजी दास ने कहा कि राम मंदिर निर्माण की तिथि की घोषणा 2019 के कुंभ के दौरान प्रयागराज में होगी । उन्होंने कहा ‘‘यह महज कुछ दिन की बात है इसलिए अनुरोध है कि आप कुछ धैर्य रखें.’’अयोध्‍या में राम भक्तों के इस विशाल समागम का आयोजन मंदिर निर्माण के बारे में चर्चा के लिए ही किया गया था ।

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राम मंदिर से जुड़ी लोगों की आस्‍था
समागम में साधु संतों ने एक सुर में मंदिर निर्माण पर जोर दिया । वहीं राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्य गोपालदास ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में उपस्थिति दर्शाती है कि लोग राम मंदिर से कितनी गहरायी से जुड़े हैं । गोपालदास ने कहा कि हम अदालतों का सम्मान करते हैं । उन्‍होने कहा कि हमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बहुत उम्मीदें हैं । उन्‍होने कहा –  ‘मैं योगी आदित्यनाथ से आग्रह करता हूं कि वह राम मंदिर निर्माण का रास्ता तैयार करें.’

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राम मंदिर निर्माण की ली शपथ
अयोध्‍या में धर्म सभा आयोजन स्थल का नजारा ही कुछ अलग था । हर ओर भगवा धारी नजर आ रहे थे । हर जगह झंडे, बैनर, भगवा, साफा नजर आ रहा था । यहां राम भक्तों ने अयोध्या की मिट्टी हाथ में लेकर राम मंदिर निर्माण की शपथ भी ली । विश्‍व हिंदू परिषद की ओर से यहां कहा गया कि राम मंदिर के लिए आंदोलन जारी रहेगा । धर्मगुरू रामभद्राचार्य ने यहां बताया कि 23 नवंबर को केन्द्र सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री के साथ चर्चा हुई ।

प्रधानमंत्री से होगी चर्चा
धर्मगुरू रामभद्राचार्य ने आश्वासन दिया है कि 11 दिसंबर को चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री साधु संतों के साथ बैठेंगे और ऐसा फैसला होगा जो राम मंदिर निर्माण का रास्ता खोलेगा । उन्होंने ये भी कहा ‘‘हमें यह भी बताया गया कि हमसे धोखाधड़ी नहीं की जाएगी । संसद के शीतकालीन सत्र में अध्यादेश लाया जा सकता है । हमें धैर्य रखना चाहिए. न्यायालय से हम निराश हो चुके हैं । जनता की अदालत हमें धोखा नहीं देगी.’’

जमीन बंटवारे का फॉर्मूला मंजूर नहीं
आपको बता दें इससे पहले विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय ने कहा – ‘हमें बंटवारे का फार्मूला मंजूर नहीं है । हमें जमीन का टुकड़ा नहीं चाहिये । राम मंदिर के लिये पूरी की पूरी भूमि चाहिये । राम मंदिर का निर्माण हर हिन्दू का सपना है और यह हर हाल में बनकर रहेगा । हालांकि राय ने बंटवारे के किसी भी फार्मूले का खुलासा नहीं किया । आपको बता दें कि शनिवार और रविवार को 2 दिन तक चले इस कार्यक्रम के लिए वीएचपी और शिवसेना के बड़ी संख्‍या में कार्यकर्ता अयोध्‍या पहुंचे थे । जिसे लेकर राज्‍य में कड़ी सुरक्षा का इंतजाम था ।