कहानी उस देशभक्त निजाम की, जिसने मुसीबत में भारतीय सेना के लिये खोल दिया था अपना खजाना

निजाम मीर उस्मान अली की दरियादिली की पूरी दुनिया में चर्चा शुरु हो गई। ये दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा दान माना गया।

New Delhi, Dec 09 : आज हम आपको एक ऐसे देशभक्त निजाम की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने मुसीबत में देश के लिये अपना खजाना खोल दिया था, जी हां, हमारे देश में ऐसे कई शूरवीर और महान लोग हुए, जिन्होने अपनी जान देकर इस देश को आजाद करवाया, तो कई ऐसे लोग भी हुए जिन्होने मुसीबत में अपना सबकुछ न्योछावर करते हुए देश की इज्जत बचाई थी। आज हम आपको हैदराबाद के अंतिम निजाम मीर उस्मान अली के बारे में बताते हैं।

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हैदराबाद के अंतिम निजाम
ये बात आज से करीब 53 साल पहले 1965 की है, तब हैदराबाद रिसायत से निजाम मीर उस्मान अली थे। तब उनकी गिनती विश्व के सबसे अमीर लोगों में होती थी, उनकी संपत्ति का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि तब उनकी प्रॉपर्टी अमेरिका की अर्थव्यवस्था का 2 फीसदी माना जाता था, इसी वजह से टाइम मैगजीन ने साल 1937 में उन्हें अपने कवर पेज पर जगह दी थी।

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चीन ने भारत को परेशान करना शुरु किया
साल 1965 की बात है, भारत ने युद्ध में पाकिस्तान को हराया ही था, कि चीन ने आंखें दिखाना शुरु कर दिया, तब तिब्बत को आजाद कराने के लिये चीन ने भारत को चुनौती दी, तब भारत तुरंत ही एक युद्ध से गुजरा था, इसलिये तुरंत दूसरा युद्ध करना नहीं चाह रहा था, हालांकि भारतीय सैनिक तब भी जोश से भरे हुए थे, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती हथियारों और गोला-बारुदों की थी, भारत सरकार धन की कमी से जूझ रही थी, क्योंकि पाक के खिलाफ लड़ाई में काफी धन खर्च हो चुका था, तत्कालीन पीएम लाल बहादुर शास्त्री ने सेना की मदद के लिये अलग से भारतीय रक्षा कोष की स्थापना की और लोगों से सेना के लिये मदद की अपील की ।

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मुसीबत में सामने आये निजाम
तब पीएम लाल बहादुर शास्त्री ने रेडियो के जरिये लोगों और राजे-रजवाड़ों से अपील की, कि वो सेना की मदद करें, पीएम की ये बात तत्कालीन निजाम मीर उस्मान अली तक पहुंची, उन्होने तुरंत पीएम हैदराबाद आने का निमंत्रण भेजा, निजाम के न्योते के बाद शास्त्री जी उनसे मुलाकात के लिये हैदराबाद पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर उन्होने खुद पीएम का स्वागत किया, जब शास्त्री जी ने निजाम को पूरी बात बताई, तो उन्होने भारतीय रक्षा कोष के लिये 5 टन सोना देने का ऐलान किया, निजाम ने कहा मैं भारतीय सेना के लिये 5 टन सोना दान कर रहा हूं, आप निडर होकर चीन से लड़ें, हम जरुर जीतेंगे।

दरियादिली की पूरी दुनिया में चर्चा
मीर उस्मान अली की दरियादिली की पूरी दुनिया में चर्चा शुरु हो गई। ये दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा दान माना गया, क्योंकि अभी तक एक साथ किसी ने भी इतना सोना दान नहीं किया था, आज के समय से उस सोने की कीमत करीब 1600 करोड़ रुपये होती है, ये किसी भी शख्स द्वारा एकमुश्त किया गया सबसे बड़ा दान माना गया।