जिस दिग्‍गज नेता को बीजेपी ने नहीं दिया था टिकट, अब राहुल गांधी खेलने जा रहे हैं 2019 में उसी पर बड़ा दांव  

मध्‍यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बन चुकी है । कमलनाथ ने मुख्‍यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल लिया है । इसी के साथ अब शुरू हो गई है आने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारी भी । राहुल गांधी का ये कदम तो इसी ओर इशारा कर रहा है ।

New Delhi, Dec 18 : मुख्यमंत्री बनने के बाद ही कमलनाथ काम में लग गए हैं । प्रदेश में कर्ज की मार झेल रहे किसानों को जहां राहत देते हुए कमलनाथ ने किसानों का कर्ज माफ करने का बड़ा फैसला लिया है वहीं उन्‍होने कुछ और बड़ी बातें भी कही । कमलनाथ ने घोषणापत्र में किए गए वादे को सरकार में आते ही पूरा किया । किसानों के कर्ज माफी के दस्तावेज पर हस्ताक्षकर करते हुए कर्ज माफी को मंजूरी दे दी है। सरकार बनते ही सरकार के इस कदम की प्रदेश में तारीफ हो रही है ।

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15 सालों बाद कांग्रेस की वापसी
मध्‍यप्रदेश में पिछले 15 वर्षों से बीजेपी का एकछत्र राज था । मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस

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बार अपनी कुर्सी नहीं बचा पाए । कमलनाथ ने प्रदेश के 18वें मुख्‍यमंत्री के तौर पर शपथ ली । इस दौरान एक खास वाकया हुआ । शपथ ग्रहण कार्यक्रम के दौरान मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की मुलाकात कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से करवाई। इस मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने बाबूलाल गौर को एक बड़ा ऑफर दे डाला ।

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कांग्रेस में आने का ऑफर
बीजेपी के दिग्‍गज नेता बाबू लाल गौर पार्टी से नाराज चल रहे हैं । इसी मौके को भुनाते हुए

दिग्विजय ने उनकी मुलाकात कांग्रेस अध्‍यक्ष से करा दी । राहुल ने भी बाबूलाल गौर से कहा कि ‘आप कांग्रेस पार्टी में आ जाइए..’ इतना ही नहीं गौर ने ज्‍योतिरादित्य सिंधिया से भी मुलाकात की और कहा कि ‘आप तो अर्जुन हो गए जिसपर सिंधिया ने कहा, मैं आपके ही रास्ते पर चल रहा हूं।’

कांग्रेस की सरकार बनने का किया था दावा
आपको बता दें बाबू लाल गौर मध्‍यप्रदेश चुनाव के ठीक बाद अपने एक बयान के कारण सुर्खियों में

अ गए थे । गौर ने चुनाव बाद कहा था कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी । गौर के इस बयान ने उन्‍हें सुर्खियों में ला दिया था । उनका बयान जमक टीवी डिबेट का हिस्‍सा बना रहा । इसके कई राजनीतिक मतलब निकाले गए । बहरहाल गौर को कांग्रेस की ओर से तो निमंत्रण मिल चुका है देखना होगा वो आगे क्‍या फैसला करते हैं ।