पीएम उम्मीदवार पर अखिलेश यादव के बाद अब ममता बैनर्जी ने दिया बड़ा बयान, 2019 में मुश्किल हुई राहुल की राह

कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी क्‍या पीएम पद के दावेदार होंगे, इस सवाल का जवाब अब और मुश्किल हो रहा है । सपा के बाद अब टीएमसी की ओर से भी राहुल की परेशानी बढ़ाने वाला बयान आया है ।

New Delhi, Dec 20 : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने की राह आसान नहीं । अब इस राह में एक और पार्टी रोड़ा बनती नजर आ रही है । हाल ही में सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बयान आया था जिसके बाद महागठबंधन और गठबंधन के चेहरे को लेकर सवाल खड़े हो गए, अब उन सवालों को और मजबूत किया है टीएमसी प्रमुख ममता बैनर्जी ले । ममता की ओर से आया बयान राहुल गांधी की परेशानी बढ़ाने के लिए काफी है ।

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राहुल कां पीएम बनाए जाने पर बोलीं ममता बैनर्जी
महागठबंधन का चेहरा राहुल गांधी को बनाए जाने पर ममता बैनर्जी ने दो टूक कहा कि यह वक्त

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नहीं है, चुनावों के बाद सभी पार्टियां मिलकर जो भी तय करेंगी वो ही होगा । ममता ने कहा –  ‘अभी इस बात का वक्त नहीं है। चुनाव आ जाने दीजिए। हम सब मजबूती से एख साथ खड़े हैं और काम कर रहे हैं। जो भी सभी पार्टियां तय करेंगी, वही इस बात का जवाब होगा।’

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स्टालिन ने प्रस्‍तावित किया नाम
महागठबंधन का चेहरा राहुल गांधी होंगे, ये मुद्दा तब गरमा गया जब  दक्षिण भारत के प्रमुख

राजनीतिक दल डीएमके के अध्यक्ष एमके स्टालिन ने उनका नाम पीएम पद के लिए प्रस्‍तावित कर दिया । तमिलनाडु स्थित चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान स्‍टालिन ने कहा , ‘2018 में थलैवार कलईग्नार (एम. करुणानिधि) की प्रतिमा के अनावरण के अवसर मैं प्रस्ताव रखता हूं कि हम दिल्ली में नया प्रधानमंत्री बनाएंगे। हम नया भारत बनाएंगे। मैं तमिलनाडु की ओर से राहुल गांधी की उम्मीदवारी की पेशकश करता हूं।’

अखिलेश की प्रतिक्रिया
यूपी विधानसभा में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव को बुरी तरह हारने वाले अखिलेश यादव से

जब स्‍टालिन के इस बयान पर प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की गई तो उन्‍होने इसे लेकर अपनी अलग राय जाहिर कर दी । अखिलेश यादव ने कहा कि ये एक राय है और सबाके अपनी राय जाहिर करने का अधिकार है । महागठबंधन में जरूरी नहीं कि सभी की राय एक जैसी हो ।

सपा-बसपा को लेकर अटकलें तेज
महागठबंधन और राहुल गांधी की दावेदारी को लेकर सपा, बसपा और टीएमसी जैसे दल एकमत

नजर नहीं आ रहे हैं । जाहिर है ममता बैनर्जी एक बड़ा राजनीतिक चेहरा है, इसी तरह बसपा प्रमुख मायावती को भी प्रधानमंत्री के दावेदार के रूप में देखा जा सकता है । कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी के लिण्‍  महागठबंधन में सबको एक राय पर लाना काफी मुश्किल भरा हो सकता है । हाल ही में तीन राज्‍यों में बनी नई कांग्रेस सरकार के शपथग्रहण समारोह से भी सपा-बसपा ने खुद को दूर ही रखा था ।