नसीरुद्दीन – कांग्रेस मीडिया कॉर्डिनेटर ने कसा तंज, तो श्वेता सिंह के झन्नाटेदार जवाब से हो गई ‘बोलती बंद’

नसीरुद्दीन शाह के बयान के बाद से सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें हो रही है, कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें अपनी बात कहने का हक है, तो कोई कुछ और कह रहा है।

New Delhi, Dec 24 : बॉलीवुड एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि उन्हें देश के हालात को लेकर अपने बच्चों के लिये डर लगता है, साथ ही उन्हें गुस्सा भी आता है, बॉलीवुड एक्टर के इस बयान के बाद देश में राजनीति शुरु हो गई, कांग्रेस और विपक्षी पार्टियां सरकार पर ध्रुवीकरण करने और जाति-धर्म की सियासत का आरोप लगा रही है, तो दूसरी तरफ के लोग बॉलीवुड एक्टर पर ही हमलावर है।

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सरदाना और श्वेता सिंह ने किया था ट्वीट
आज तक न्यूज चैनल के चर्चित एंकर रोहित सरदाना ने नसीरुद्दीन शाह के बयान पर ट्वीट करते हुए लिखा था कि एक तरफ हामिद अंसारी है, जो पाकिस्तान जेल में इतने समय बिताने के बाद भी देश लौटकर इतना सुखद अनुभव कर रहा है, दूसरी ओर नसीरुद्दीन शाह है, जिसे देश ने इतना पैसा, रुतबा और नाम दिया, फिर भी उन्हें इस देश में डर लगता है। फिर श्वेता सिंह ने लिखा कि नसीरुद्दीन शाह बेहतरीन एक्टर हैं, अवॉर्ड भी ढेरो जीते हैं, कुछ अवॉर्ड ले दे के इस असहिष्णुता वाला मुद्दा खत्म करें, बहुत बोरिंग हो गया है।

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राधिका खेड़ा का ट्वीट
श्वेता सिंह के इस ट्वीट के बाद कांग्रेस की नेशनल मीडिया कॉर्डिनेटर ने लिखा, श्वेता जी, उपहास उड़ाने की बजाय अगर मीडिया नसीरुद्दीन शाह से ये समझने की कोशिश करती, कि आखिर उनके डर की वजह क्या है, तो ज्यादा अच्छा होता, आये दिन आप खुद चैनल पर डरावनी और भयावह खबरें दिखाती हैं। असहिष्णुता लिचिंग रेप जात धर्म पर लड़ाई, क्या कुछ इन्हें भी ले दे के बंद करने का इरादा है।

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श्वेता सिंह ने दिया झन्नाटेदार जवाब
खुद को कट्टर कांग्रेसी कहने वाली राधिका खेड़ा के इस ट्वीट पर रिप्लाई करती हुई श्वेता सिंह ने लिखा, अरे मैडम मेरे जैसे देश के बिके हुए पत्रकार कहां इतनी बड़ी बातें समझ पाती हैं, या तो आप समझी या इमरान खान। श्वेता सिंह ने तंज भरे अंदाज में सबकुछ कह दिया, उनका ये ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है।

सोशल मीडिया पर चर्चा
नसीरुद्दीन शाह के बयान के बाद से सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें हो रही है, कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें अपनी बात कहने का हक है, तो कोई कह रहा है कि जानबूझ कर माहौल खराब करने के लिये ऐसे बयान दिये जा रहे हैं, ताकि सरकार को बदनाम किया जा सके।