एबीपी न्यूज सर्वे- यूपी में महागठबंधन बना तो ऐसी होगी स्थिति, बिहार में चलेगा ‘मोदी मैजिक’
पीएम मोदी को दुबारा सत्ता में लौटने की राह में सबसे बड़ा रोड़ा यूपी में महागठबंधन है, अगर मायावती और अखिलेश अलग चुनाव लड़े तो एनडीए को 291 सीट मिलने की संभावना है।
चुनावी साल 2019 दस्तक देने वाला है, एबीपी न्यूज और सी-वोटर ने देश का मूड जानने की कोशिश की है, 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद इस सर्वे के अनुसार एक बार फिर देश की सत्ता का रास्ता यूपी से होकर गुजरता दिख रहा है, यूपी में अगर सपा-बसपा का महागठबंधन नहीं हुआ, तो मोदी सरकार फिर से बहुमत के साथ लौटेगा, लेकिन अगर अखिलेश यादव और मायावती एक साथ होकर चुनाव लड़े, तो मोदी-शाह के लिये मुश्किल होगी।
महागठबंधन दे सकता है चुनौती
पीएम मोदी को दुबारा सत्ता में लौटने की राह में सबसे बड़ा रोड़ा यूपी में महागठबंधन है, अगर मायावती और अखिलेश अलग चुनाव लड़े तो एनडीए को 291 सीट मिलने की संभावना है, यानी पूर्ण बहुमत की सरकार, जबकि यूपीए 171 सीटों पर सिमट जाएगी, अन्य के खाते में 81 सीटें जाती दिख रही है, लेकिन अगर मायावती और अखिलेश साथ मिलकर चुनाव लड़े, तो एनडीए 247 सीटों पर ही ठहर जाएगी, यानी बहुमत से 25 सीट पीछे।
पिछली बार यूपी में मिला था प्रचंड बहुमत
आपको बता दें कि 2014 लोकसभा चुनाव में एनडीए को यूपी में प्रचंड बहुमत मिला था, जिसकी वजह से अकेले बीजेपी बहुमत के आंकड़े को पार कर गई थी, 80 लोकसभा में से बीजेपी अकेले 71 सीटें जीतने में कामयाब रही है, लेकिन 2019 में सर्वे के मुताबिक अगर सपा-बसपा महागठबंधन हुआ, तो एनडीए 28 सीटों पर ठहर सकती है, जबकि महागठबंधन के खाते में 50 सीटें जाती दिख रही है। कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि अगर अखिलेश-मायावती साथ आये, तो मोदी का रथ रोक सकते हैं।
महागठबंधन ना हुआ तो
अगर यूपी में संभावित महागठबंधन किसी वजह से ना हुआ, तो फिर से एक बार परिणाम बीजेपी के पक्ष में रह सकता है, एनडीए एक सीट के नुकसान के साथ 2019 में भी 72 सीटें जीत सकती है, जबकि समाजवादी पार्टी 04 और बसपा तथा कांग्रेस 2-2 सीटों तक सिमट जाएगी।
कुल सीटें- 80
एनडीए- 72
सपा- 04
बसपा – 02
कांग्रेस – 02
बिहार में प्रचंड बहुमत
इस सर्वे के अनुसार नीतीश कुमार के एनडीए में वापस आने का जबरदस्त फायदा मिलता दिख रहा है, बिहार में एनडीए 2014 से भी ज्यादा सीटें जीतेगी, आपको बता दें कि बिहार में 40 लोकसभा की सीटें है, जिसमें 35 एनडीए के खाते में जाती दिख रही है, जबकि यूपीए सिर्फ 5 सीटों पर सिमट जाएगी। 2014 में एनडीए को 31 सीटें मिली थी।