‘कुछ भी हो, सपा-बसपा को कांग्रेस ने डरा जरुर दिया है’

कुछ भी हो , सपा व बसपा को कांग्रेस की हालिया सफलता ने डरा अवश्य दिया है कि कहीं उनकी घास कांग्रेस न चर जाए।

New Delhi, Dec 26 : कांग्रेस की हालिया सफलता से सपा व बसपा को कहीं डर तो नहीं लगने लगा है कि उत्तर प्रदेश में मुसलमान वोटर्स कांग्रेस के साथ न चले जाये। इस बार मुसलमान उस पार्टी को वोट देगा जो राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का विकल्प दे सके। मुसलमान जानता है कि सपा व बसपा देश स्तर पर कभी विकल्प नहीं बन सकते, राज्य में अवश्य विकल्प हो सकते हैं।

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सवर्ण भाजपा से पहले से ही नाराज है, जो मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान की भांति उत्तर प्रदेश में कांग्रेस में जा सकता है। सपा को चाचा ने कमजोर किया है।
इसी डर व ईर्ष्या से सपा व बसपा मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में नहीं गए, वैसे बिना मांगे समर्थन दे दिया। बिना मुस्लिम वोट के सपा व बसपा उत्तर प्रदेश में कमजोर पड़ जाएंगे।

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कांग्रेस की हालिया सफलता ने कांग्रेस की बार्गेनिंग पॉवर बढ़ा दी है। यदि कांग्रेस पायलट व सिंधिया की भांति एक अच्छा/बेदाग युवा नेतृत्व कांग्रेस उत्तर प्रदेश में दे सके तो सपा व बसपा के लिए एक चुनौती पेश हो सकती है।

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कुछ भी हो , सपा व बसपा को कांग्रेस की हालिया सफलता ने डरा अवश्य दिया है कि कहीं उनकी घास कांग्रेस न चर जाए। सपा व बसपा शासन से भृष्टाचार व गुंडाराज से आज़िज़ आकर भाजपा की सत्ता सौंपी थी, लेकिन भाजपा ने भी अब तक लोगों को बहुत निराश किया है। लोकसभा चुनाव में लोग अब भाजपा को भी मज़ा चखाने को तैयार बैठे हैं।
सपा व बसपा को अब कांग्रेस के साथ आने की विवशता होगी, यदि वे भाजपा को हराना चाहते हैं। देखना होगा कि अबकि बार उत्तर प्रदेश में ऊंट किस करबट बैठता है, कुछ भी हो, देखना रुचिकर तो होगा।

(रिटायर्ड आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह के फेसबुक वॉल से साभार, ये लेखक के निजी विचार हैं)