गुरु को सचिन तेंदुलकर ने ऐसे दी श्रद्धांजलि, दुनिया के सामने चौथी बार रोए ‘भगवान’
गुरु के गुजर जाने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कहा कि स्वर्ग में भी अगर क्रिकेट होगा, तो आचरेकर सर उसे समृद्ध कर देंगे।
New Delhi, Jan 03 : मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के गुरु रमाकांत आचरेकर का अंतिम संस्कार मुंबई शिवाजी पार्क में किया गया, आपको बता दें कि ये वही मैदान है, जहां आचरेकर ने सचिन तेंदुलकर ही नहीं बल्कि कांबली, अगरकर और प्रवीण आमरे जैसे खिलाड़ियों को क्रिकेट के गुर खिखाये थे, गुरु की अंतिम यात्रा में उनके दो सबसे कामयाब शिष्य तेंदुलकर और विनोद कांबली भी पहुंचे, सचिन ने उन्हें कंधा भी दिया, इस दौरान मास्टर-ब्लास्टर की आंखें छलछला उठी।
सचिन के आंखों में आंसू
महान बल्लेबाज को इतना भावुक बेहद कम ही मौकों पर देखा गया है, इससे पहले साल 1999 में उनकी आंखों में आंसू आये थे, तब उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने इस दुनिया को अलविदा कहा था, फिर 2011 में सत्य साई बाबा के निधन पर भी सचिन भावुक हो गये थे, साल 2013 में क्रिकेट को अलविदा कहते हुए सचिन के आंखों में आंसू आ गये थे।
कई बड़े लोगों ने किया शिरकत
द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित हो चुके आचरेकर के अंतिम संस्कार में कई बड़ी हस्तियों ने शिरकत की, जिसमें मनसे प्रमुख राज ठाकरे, मुंबई के मेयर विश्वनाथ महाडेश्वर, बीजेपी विधायक आशीष शेलार और शिवसेना के कई बड़े नेता मौजूद थे, आपको बता दें कि रमाकांत आचरेकर का बुधवार को निधन हो गया था, वो 87 साल के थे।
युवा क्रिकेटरों ने दी श्रद्धांजलि
रमाकांत आचरेकर की अंतिम यात्रा एक बड़े रथ पर हुई, कई युवा खिलाड़ियों ने उन्हें बल्ले से सलामी दी, पीएम मोदी ने भी उनके निधन पर शोक जताया, पीएमओ के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल ने लिखा कि ये खेल जगत के लिये बहुत बड़ी क्षति है, सिडनी में खेले जा रहे टेस्ट मैच में भारतीय खिलाड़ी काली पट्टी बांध मैदान में उतरे।
सचिन ने क्या कहा
गुरु के गुजर जाने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कहा कि स्वर्ग में भी अगर क्रिकेट होगा, तो आचरेकर सर उसे समृद्ध कर देंगे, उनके दूसरे स्टूडेंट्स की तरह मैंने भी क्रिकेट की एबीसीडी उनसे ही सीखी, मेरे जीवन में उनका योगदान कभी शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, मैं आज जहां खड़ा हूं, उसका आधार उन्हीं ने तैयार किया था, मालूम हो कि सचिन जब 11 साल के थे, तब आचरेकर ने उन्हें ट्रेनिंग देनी शुरु की थी, आचरेकर को सचिन के अंदर एक अलग आग नजर आई थी, जिसकी वजह से उन्होने उन्हें ट्रेनिंग दी थी।
An emotional Sachin Tendulkar bids adieu to his guru Ramakant Achrekar
Thank You Sir For Giving Sachin. You will always be remembered whenever sachin name will be taken. भावपुर्ण श्रद्धांजली !! ॐ शान्ति #RamakantAchrekar pic.twitter.com/eUQpDiCO5D— CrickeTendulkar (@CrickeTendulkar) January 3, 2019