पीएम मोदी खुद करा रहे सर्वे, पूछा ऐसा सवाल, कि बीजेपी नेताओं की उड़ सकती है नींद

सवालों में एक सवाल महागठबंधन को लेकर भी है, जिसमें लोगों से पूछा गया है, कि क्या महागठबंधन का उनके संसदीय क्षेत्र में असर होगा।

New Delhi, Jan 15 : बीजेपी विरोधी महागठबंधन का आपके संसदीय क्षेत्र में क्या असर होगा, ये सवाल नमो एप्प पर पीपुल्स पल्स सर्वे में लोगों से पूछा गया है, पीएम मोदी ने सोमवार को ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट कर लोगों से इस सर्वे में हिस्सा लेने की अपील की है। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के खिलाफ गठबंधन बनाने के कोशिशों के बीच ये सर्वे किया जा रहा है, इस सर्वे में लोगों से उनके प्रदेश, संसदीय क्षेत्र, किसानों की समृद्धि, सस्ती स्वास्थ्य सुविधाएं, भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन, स्वच्छ भारत, राष्ट्रीय सुरक्षा, इकॉनमी, ढांचागत सुविधाएं, रोजगार और ग्रामीण विद्युतीकरण जैसे क्षेत्रों में सरकार की उपलब्धियों के बारे में पूछा जा रहा है।

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नये चेहरे तय करेंगे 2019 का परिणाम
वीडियो में पीएम कह रहे हैं कि नमो एप्प पर सर्वे शुरु किया गया है, इसके जरिये मैं सीधे आपसे फीडबैक चाहता हूं, आपका फीडबैक हमारे लिये मायने रखता है, विभिन्न मुद्दों पर आपके फीडबैक से हमें महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद मिलेगी, क्या आप इस महत्वपूर्ण सर्वे में हिस्सा लेंगे।

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सर्वे में पूछे गये सवाल
सवालों में एक सवाल महागठबंधन को लेकर भी है, जिसमें लोगों से पूछा गया है, कि क्या महागठबंधन का उनके संसदीय क्षेत्र में असर होगा, सबसे पहला सवाल ये है कि जब आप वोट देने के लिये जाते हैं, तो कौन सा मुद्दा सबसे ज्यादा आपके ध्यान में रहता है, स्वच्छता, रोजगार, शिक्षा, कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार, महंगाई और किसान कल्याण।

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यूपी में सपा-बसपा गठबंधन
आपको बता दें कि यूपी में शनिवार को बसपा और सपा ने साझा प्रेस कांफ्रेंस कर एक साथ चुनाव लड़ने के ऐलान किया है, दोनों पार्टियां यूपी की 80 सीटों में से 38-38 पर चुनाव लड़ेगी, दो सीटें कांग्रेस के लिये छोड़ी गई है, जबकि बाकी दो अन्य सहयोगी दल के खाते में जाएगी।

लंबा चलेगा गठबंधन
यूपी की राजधानी लखनऊ में मायावती और अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि गठबंधन स्थायी है और लंबा चलेगा, आपको बता दें कि माना जा रहा है कि इस गठबंधन की वजह से बीजेपी को कड़ी टक्कर मिल सकती है, हालांकि बीजेपी भी तमाम तरह से रणनीति बनाने में जुटी हुई है। कि कैसे 2019 में 2014 जैसी सफलता हासिल की जाए।