सपा के गढ में शिवपाल यादव ने दिखाई ताकत, नई रणनीति से अखिलेश-माया गठबंधन को पहुंचा सकते हैं नुकसान

शिवपाल यादव ने सपा, बसपा के साथ-साथ अपने चचेरे भाई प्रो. रामगोपाल यादव पर भी हमला बोला, उन्होने कहा कि गठबंधन से बीजेपी को फायदा होगा।

New Delhi, Jan 18 : यूपी में सपा-बसपा गठबंधन के बाद से ही सियासी पारा चढा हुआ है, तमाम राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है, सपा से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले शिवपाल यादव ने सपा के गढ कहे जाने वाले चंदौली में शक्ति-प्रदर्शन किया, भीड़ देखकर पूर्व मंत्री गदगद नजर आये, अपने भाषण में शिवपाल ने ना सिर्फ विरोधियों पर हमला किया, बल्कि पारिवारिक विवाद और सपा से अलग होने का दर्द भी बयां किया, शिवपाल यादव की जनसभा के बाद पूर्वांचल की राजनीति गरम हो गई है।

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मुलायम को दिया ऑफर
चंदौली की जनसभा के बाद वाराणसी पहुंचे पूर्व मंत्री ने मीडिया से कहा, कि हमारी लड़ाई बीजेपी से है, 45 राजनीतिक हमारे साथ हैं, हमारा चुनाव चिन्ह ही चाभी है, हमारा चुनावी सिंबल मास्टर की है, इसके साथ ही उन्होने ये भी बताया कि लोकसभा चुनाव के लिये उन्होने अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव को ऑफर दिया है, अगर वो उनकी पार्टी से चुनाव लड़ना चाहेंगे, तो सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारा जाएगा।

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जिन्होने गाली दी, उनसे हाथ मिलाया
चंदौली में जनसभा को संबोधित करते हुए शिवपाल यादव ने बीजेपी के साथ-साथ सपा-बसपा पर भी निशाना साधा, उन्होने बीजेपी पर झूठ बोलकर वोट लेने का आरोप लगाया, तो सपा-बसपा पर हमला करते हुए कहा कि जिन लोगों ने नेताजी मुलायम सिंह यादव को गाली दी, सपा को गुंडों की पार्टी कहा, आज उन्हीं के साथ सपा अध्यक्ष ने हाथ मिला लिया है।

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बीजेपी को लाभ पहुंचाने का आरोप
शिवपाल यादव ने सपा, बसपा के साथ-साथ अपने चचेरे भाई प्रो. रामगोपाल यादव पर भी हमला बोला, उन्होने कहा कि गठबंधन से बीजेपी को फायदा होगा, सपा को बड़े भाई ने पलीता लगा दिया है, इसलिये समाजवाद को बचाने के लिये उन्हें मजबूरी में नई पार्टी का गठन करना पड़ा, उन्होने रामगोपाल यादव पर हमला करते हुए कहा, कि हमारे बड़े भाई ने कहा कि पूर्वांचल में जाओगे, तो पीटे जाओगे, हम इन बातों से डरने वाले नहीं हैं, वो हमारे बड़े भाई हैं, जब चाहें पीट सकते हैं, या पिटवा सकते हैं।

कांग्रेस से गठबंधन की कोशिश
सूत्रों का दावा है कि शिवपाल यादव कांग्रेस के साथ कुछ छोटे दलों को एकजुट करने में लगे हैं, ताकि यूपी में लड़ाई त्रिकोणीय हो, आपको बता दें कि सपा-बसपा गठबंधन के ऐलान के दिन मायावती ने शिवपाल यादव पर निशाना साधा था और कहा था कि वो बीजेपी को फायदा पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब इस गठबंधन के बाद बीजेपी को निराशा हाथ लगेगी।