इलाज के लिये पाई-पाई को तरस रहा अस्पताल में भर्ती टीम इंडिया के ये पूर्व क्रिकेटर, परिवार लगा रहा गुहार

मार्टिन ने साल 1999 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया के लिये वनडे इंटरनेशनल में डेब्यू किया था, तब टीम के कप्तान सौरव गांगुली थे।

New Delhi, Jan 21 : टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज जैकब मार्टिन की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है, आपको बता दें कि दुर्घटना की वजह से पूर्व बल्लेबाज की हालत मुश्किल स्थिति में पहुंच चुकी हैं, उनके परिवार के लोगों ने इलाज के लिये फंड जुटाने की अपील की है, फिलहाल उनका इलाज वड़ोदरा के एक अस्पताल में चल रहा है, उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है, बीते साल दिसंबर में उनका एक्सीडेंट हो गया था, जिसकी वजह से उन्हें फेफड़े और लीवर में चोटें आई थी।

Advertisement

बीसीसीआई ने की मदद
पूर्व क्रिकेटर की पत्नी ने बीसीसीआई से अपने पति के इलाज के लिये मदद मांगी थी, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बोर्ड ने उनके इलाज के लिये 5 लाख रुपये की मदद की है, इसके अलावा बड़ौदा क्रिकेट संघ ने भी तीन लाख रुपये दिये हैं, ताकि क्रिकेटर को बेहतर इलाज मिल सके।

Advertisement

फंड जुटाया जा रहा
बड़ौदा क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव संजय पटेल ने कहा कि जैकब मार्टिन के इलाज के लिये हम फंड इकट्ठा करने का काम कर रहे हैं, मुझे जब एक्सीडेंट की जानकारी मिली, तो मैंने उनके परिवार को मदद करने की कोशिश की, मैंने इसके लिये कुछ लोगों से बात की, जिनमें समरजीत सिंह शामिल हैं, उन्होने 1 लाख रुपये दिये, ऐसे ही 5 लाख इकट्ठा हो गये, अस्पताल का बिल 11 लाख पार कर चुका है, एक समय अस्पताल ने पैसों की कमी की वजह से दवाइयां देना बंद कर दिया था, फिर बीसीसीआई ने पैसे भेजे, जिसके बाद उनका इलाज जारी है।

Advertisement

पठान बंधु और जहीर से मदद की गुहार
जैकब मार्टिन की मदद के लिये संजय पटेल ने पूर्व क्रिकेटर जहीर खान और पठान बंधुओं से बात की, तीनों मदद करने के लिये तुरंत तैयार हो गये, जिनकी मदद से इनका इलाज जारी है, आपको बता दें कि जैकब वड़ोदरा टीम के कोच भी रहे हैं, जिसके लिये पठान बंधु खेल चुके हैं।

गांगुली की कप्तान में डेब्यू
मार्टिन ने साल 1999 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया के लिये वनडे इंटरनेशनल में डेब्यू किया था, तब टीम के कप्तान सौरव गांगुली थे, साल 1999 से 2001 के बीच उऩ्होने 10 वनडे मैच खेले, जिनमें 22.57 के औसत से रन बनाये, घरेलू क्रिकेट में उन्होने वड़ोदरा और रेलवे का प्रतिनिधित्व किया।