लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस का दांव, राहुल गांधी ने किया अब तक का सबसे बड़ा चुनावी ऐलान

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अब तका सबसे बड़ा दांव चला है । पार्टी में लंबे समय से चली आ रही मांग को पार्टी शीर्ष ने स्‍वीकार किया है और प्रियंका गांधी का आधिकारिक रूप से चुनाव मैदान में उतार दिया गया है ।

New Delhi, Jan 23 : आम चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस ने अपना सबसे बड़ा, सबसे चर्चित चेहरा चुनाव मैदान में उतार दिया है । कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी की ओर से अब तक ये सबसे बड़ा ऐलान माना जा रहा है । आपको बता दें प्रियंका गांधी वाड्रा अब आधिकारिक रूप से चुनाव मैदान में उतर गई है । बुधवार को राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी को कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया है । प्रियंका गांधी वाड्रा को पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी गई है । फरवरी पहले सप्‍ताह से प्रियंका अपनी जिम्मेदारी संभालेंगी ।

Advertisement

कार्यकर्ताओं की मुराद हुई पूरी
प्रियंका गांधी को लेकर लंबे समय से कार्यकर्ताओं की मांग चल रही थी कि उन्‍हें राजनीति मेंआधिकारिक रूप से उतर जाना चाहिए । कांग्रेस शीर्ष ने इस मांग को पूरा किया और अब उन्‍हें पूर्वी उत्‍तर प्रदेश की जिम्‍मेदारी सौंप दी है । प्रियंका गांधी इससे पहले तक रायबरेली और अमेठी में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के लिए प्रचार प्रसार करती रही हैं । आने वाले चुनाव में उत्‍तर प्रदेश की भूमिका काफी अहम रहने वाली है ।

Advertisement

अकेले लड़ेगी कांग्रेस
आपको बता दें राहुल गांधी ने उत्‍तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने का दावा किया है । राहुल ने कहा था कि अभी लोग कांग्रेस पार्टी को हल्के में ले रहे हैं लेकिन 2019 का चुनाव पूरी दमखम के साथ लोकसभा चुनाव लड़ेगी और सभी को सरप्राइज भी कर देगी । कांग्रेस राज्य की सभी 80 लोकसभा सीटों पर अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी । हालांकि बसपा और सपा के साथ आने से समीकरण पूरा बदल चुका है, दोनो ही दलों ने कांग्रेस से किनारा कर एक साथ चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान किया था ।

Advertisement

प्रियंका की मौजूदगी का प्रभाव
वहीं प्रियंका गांधी के कांग्रेस के प्रभारी के रूप में उतरने पर वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा ने कहा कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी । निश्चित तौर पर प्रियंका के पार्टी में आने का असर पूरे प्रदेश में पड़ेगा । वो ने कहा कि प्रियंका गांधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी भले दी गई हो लेकिन इसका असर पूरे प्रदेश पर पड़ने वाला है । आपको बता दें, अभी तक उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी संभाल रहे गुलाम नबी आजाद को अब हरियाणा का प्रभार सौंपा गया है ।

Advertisement