मध्‍यप्रदेश में महिला बसपा विधायक ने दे दिया ‘अल्टीमेटम’, कमलनाथ की हालत खराब, बीजेपी हुई तैयार

मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को बसपा विधायक रामाबाई सिंह की ओर से एक बार फिर चेतावनी दी गई । मायावती की विधायक ने इस बार खुद को मंत्रियों का बाप बता दिया और सरकार में मंत्री ना बनाए जाने पर ये कहा ।

New Delhi, Jan 26 : एक बार फिर से बसपा विधायक ने कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को चेतावनी दी है । कुछ दिन पहले ही राज्‍य में कर्नाटक जैसी स्थिति के लिए धमकाने वाली बसपा विधायक रामाबाई ने एक बार फिर से कहा है कि वो सभी मंत्रियों की बाप हैं । बसपा विधायक रामाबाई इससे पहले मंत्री पद ना देने पर कमलनाथ सरकार पर कर्नाटक संकट जैसा तूफान लाने की बात कह चुकी हैं । उन्‍होने साफ कहा था कि मध्‍यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार मायावती के समर्थन की वजह से बनी है । इसलिए बसपा विधायक को मंत्री पद दिया जाना चाहिए । वहीं विधायक ने एक बार फिश्र अपना बयान दोहराया और उसमें और बातें जोड़ते हुए खुद को सभी मंत्रियों का बाप बता दिया । वीडियो आर्टिकल के अंत में देखें ।

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मायावती की विधायक का बयान
समाचार एजेंसी एएनआई ने इस बयान को ट्वीट किया है । बयान में पथरिया विधानसभा क्षेत्र से जीतीं हुई बसपा विधायक कहती हुई नजर आ रही है कि ‘ हम बन जाए (मंत्री) तो अच्छा काम करेंगे, नहीं बने तो भी सही काम करेंगे…. हम मंत्रियों के बाप हैं, हमने ही सरकार बनाई है । इससे पहले विधायक रामा बाई कह चुकी है कि वो मंत्री पद ना मिलने पर विरोध के लिए तैयार हैं और कमलनाथ सरकार के समक्ष भी कर्नाटक संकट जैसी स्थिति ला सकते हैं ।

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रामाबाई का पूर्व बयान
बसपा की विधायक रामाबाई ने कहा था – ‘मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बहनजी (बसपा प्रमुख मायावती) के समर्थन की वजह से बनी है. हम कमलनाथ सरकार में 2 बसपा विधायकों के लिए मंत्री पद की मांग करते हैं. हम कर्नाटक में स्थिति देख चुके हैं, यहां वैसी स्थिति नहीं देखना चाहते. अगर वे हमें मंत्री पद नहीं देते हैं तो केवल मैं ही नहीं बल्कि अन्य भी इसका विरोध करेंगे. उन्हों सबको खुश रखने की जरूरत है. अगर वे पार्टी को मजबूत रखना चाहते हैं तो पहले उन्हें हमें मजबूत बनाना पड़ेगा. उन्हें हमें मंत्री पद देना चाहिए.’

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‘बैसाखी पर सरकार’ 
बसपा विधायक ने कहा कि कमलनाथ सरकार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने समर्थन का ऐलान किया था, इसलिये विधायक हिल-डुल भी नहीं सकते, ऐसे में कांग्रेस को भी विचार करना चाहिये, कि उन्हें मंत्री पद मिलना चाहिये, रमाबाई ने कहा कि निर्दलीय विधायकों का कोई भरोसा नहीं है, वो कब किस ओर चले जाएं, कमलनाथ की सरकार बैशाखी के सहारे चल रही है।

ये है कमलनाथ कैबिनेट
आपको बता दें कि कमलनाथ कैबिनेट में 28 मंत्रियों ने शपथ ली थी । जिसके बाद तीनों निर्दलीय विधायक बुरहानपुर के सुरेन्द्र सिंह, भगवानपुरा के केदार डाबर और सुसनेर के विक्रम सिंह राणा उर्फ गुड्डू भैया साथ ही बसपा विधायक संजीव सिंह और रामाबाई सिंह, सपा के राजेश शुक्ला ने एक होटल में बैठक की । निर्दलीय विधायकों ने तब कहा था कि कहना है कि चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद कांग्रेस ने दो निर्दलीय विधायकों को समर्थन के बदले मंत्री पद देने की बात कही थी, जिनमें प्रदीप जायसवाल और सुरेन्द्र सिंह का नाम शामिल है, जबकि सिर्फ प्रदीप जायसवाल को मंत्री बनाये जाने के बाद सुरेन्द्र सिंह की पीड़ा छलक पड़ी, उन्होने कहा कि कमलनाथ ने उनसे मंत्री पद का वादा किया था।