रोजगार मेले में पहुंची सीएम योगी की भतीजी, नौकरी के लिये सिफारिश के बजाय घंटों कतार में रही खड़ी

अर्चना विष्ट ने बताया कि उन्होने राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज थलनदी पौड़ी से ऑफिस मैनेजमेंट में डिप्लोमा की डिग्री हासिस की है।

New Delhi, Feb 07 : हर छोटी-छोटी बातों के लिये सिफारिश का सहारा लेने वालों के लिये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भतीजी अर्चना विष्ट ने एक मिसाल पेश की है, उनकी खूब चर्चा हो रही है, दरअसल सीएम की भतीजी आम लड़कियों की तरह रोजगार मेले में पहुंची और लाइन में लगकर फॉर्म भरा और इंटरव्यू दिया, आइये विस्तार से बताते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है।

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रोगजार मेले में पहुंची सीएम की भतीजी
आप आये दिन छोटी-छोटी बातों के लिये सिफारिश करते हुए लोग देखे होंगे, लेकिन योगी की भतीजी अर्चना ने एक मिसाल पेश की है। दरअसल यूपी जैसे बड़े राज्य के पावरफुल मुख्यमंत्री की भतीजी होने के बावजूद उन्होने सिफारिश के बजाय अपने दम पर नौकरी हासिल करने की सोची और रोजगार मेले में अपने लिये नौकरी के लिये पहुंची।

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लाइन में लगी
बीते सप्ताह अर्चना विष्ट पौड़ी से हरिद्वार रोजगार मेले में शामिल होने के लिये पहुंची, वो आम लड़कियों की तरह लाइन में लगी रही, इस दौरान अर्चना के दादा आनंद सिंह विष्ट और भाई अविनाश मोहन विष्ट भी मौजूद थे, तीनों पास बनवाने के लिये घंटों लाइन में खड़े रहे।

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इंटरव्यू के लिये भी इंतजार करना पड़ा
अर्चना को साक्षात्कार के लिये भी लाइन में खड़े होकर इंतजार करना पड़ा, अर्चना विष्ट ने बताया कि उन्होने राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज थलनदी पौड़ी से ऑफिस मैनेजमेंट में डिप्लोमा की डिग्री हासिस की है, अर्चना ने कहा कि सिफारिश के बजाय वो अपनी योग्यता के आधार पर नौकरी हासिल करना चाहती है।

योग्यता के आधार पर मिले नौकरी
अर्चना के साथ मेले में पहुंचे उनके बड़े भाई अविनाश मोहन विष्ट ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है, वो फिलहाल सिडकुल की एक बड़ी कंपनी में अप्रेंटिस हैं, वन विभाग के रेंजर पद से रिटायर और हाल में एक डिग्री कॉलेज के चेयरमैन बनें सीएम योगी के पिता आनंद सिंह विष्ट ने कहा कि वो अपने गांव पंचूर से सुबह रोजगार मेले में शामिल होने के लिये पोते-पोती के साथ निकले थे, अर्चना के भाई और दादा ने भी सिफारिश की बजाय योग्यता पर नौकरी हासिल करने की वकालत की।