गठबंधन पर पीएम मोदी ने कही बड़ी बात, असहाय सीएम रो रहा, नामदार के महल में हो रहे फैसले

पीएम मोदी ने मजबूर बनाम मजबूत सरकार का नारा देते हुए कहा कि कर्नाटक के असहाय मॉडल को देश पर थोपने की कोशिश की जा रही है।

New Delhi, Feb 11 : कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस सरकार पर करारा प्रहार करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सीएम कुमारस्वामी एक असहाय सरकार की अगुवाई कर रहे हैं, वो पंचिंग बैग बन गये हैं, इसके साथ ही पीएम ने ये भी कहा कि विपक्ष यही मॉडल देश पर भी थोपना चाहता है। आपको बता दें कि पीएम मोदी रविवार को कर्नाटक एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे।

Advertisement

सरकार का नाटक
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एक भी दिन ऐसा नहीं बीता होगा, जब देश ने इस सरकार का नाटक नहीं देखा होगा, उन्होने पिछले कुछ समय से सत्तारुढ गठबंधन में चल रहे उठा-पटक को लेकर भी प्रहार किया, पीएम ने कहा कि हर कोई अपनी सीट बचा रहा है, सत्ता के लिये विधायक होटलों में लड़ रहे हैं, सिर फोड़ रहे हैं, कांग्रेस के कई नेता तो अपनी प्रभुता के लिये लड़ रहे हैं।

Advertisement

सीएम बनें पंचिंग बैग
पीएम ने सीएम कुमारस्वामी का जिक्र करते हुए कहा कि यहां के मुख्यमंत्री हर किसी का पंचिंग बैग बन गये हैं, हर दिन उन्हें धमकी दी जा रही है, उनकी पूरी ऊर्जा कांग्रेस को बड़े नेताओं से अपनी सीट बचाने में लगी हुई है, वो सार्वजनिक तौर पर अपनी मजबूरी बता कर रोते हैं, ऐसी असहाय सरकार, ऐसे असहाय सीएम, जिन्हें हर कोई चुनौती दे रहा है, सरकार कौन चला रहा है, इस पर भ्रम बना हुआ है।

Advertisement

मजबूर बनाम मजबूत
मोदी ने मजबूर बनाम मजबूत सरकार का नारा देते हुए कहा कि कर्नाटक के असहाय मॉडल को देश पर थोपने की कोशिश की जा रही है, मेरे खिलाफ विपक्षी दल महागठबंधन बनाने का प्रयास कर रहे हैं, ऐसा असहाय मॉडल जिसमें सरकार का मुखिया एक किनारे होकर रोता है, और नामदार के महलों में निर्णय लिये जाते हैं, वो चाहते हैं कि भ्रम और सत्ता की लड़ाई जारी रहे, दुनिया देश पर हंसे, वो इसी मॉडल को देश पर थोपना चाहते हैं।

नया भारत का नारा
पीएम ने कहा कि नया भारत एक मॉडल चाहता है, जो मजबूत हो ना कि असहाय, ईमानदार लोग उन पर विश्वास करते हैं, भ्रष्टाचारियों को उनसे समस्या है, क्योंकि उन्होने सुनिश्चित किया, कि गरीबों को मिलने वाला लाभ उन तक सीधे पहुंचे, मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने दलाली का काम किया है, वो अब भुगत रहे हैं।