पुलवामा हमले से जिंदा लौटा जवान, मोबाइल मैसेज ने बचा ली जान, परिवार भगवान को कर रहा धन्‍यवाद

जरा सोचिए उन 40 परिवारों के बारे में जिनके लाल पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हो गए । लेकिन जवानों के परिवार में एक परिवार ऐसा भी है जिनका बेटा सकुशल लौट आया, अब वो इसे भगवान का चमत्‍कार ही मान रहे हैं ।

New Delhi, Feb 23 : पुलवामा में सीआरपीएफ कॉनवे पर हुए आतंकी हमले में देश के 40 जवान शहीद हो गए । हादसे में जो बाल-बाल बचे आज वो इसे संयोग ही मान रहे हैं । एक ऐसे ही संयोग ने एक जवान को मौत के मुंह में जाने से पहले ही बचा लिया । अपनी टुकड़ी के साथ ये जवान भी उसी रास्‍ते पर निकलने वाला था, लेकिन एक मोबाइल मैसेज ने उसकी जान बचा ली । गाड़ी में चढ़ने से ठीक पहले आए इस एक एसएमएस ने उसकी जान बचा ली ।

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थाका बेलकर की रौंगटे खड़े कर देने वाली कहानी
पुलवामा हमले की घटना से बचकर निकलने वाले सीआरपीएफ के जवान थाका बेलकर को अपनी  जान बचने की खुशी तो है लेकिन अपने साथियों की शहादत का गुस्‍सा भी जहन में उबल रहा है । उनकी जान एक मोबाइल मैसेज ने बचा ली, वरना वो भी शहीद जवानों में से ही एक हो सकते थे । थाका बेलकर ने अपनी ये कहानी एक मीडिया इंटरव्‍यू में शेयर की ।

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शादी के लिए छुट्टी अप्‍लाई की थी
महाराष्ट्र के अहमदनगर के थाका बेलकर भी उसी टुकड़ी का हिस्‍सा थे जो पुलवामा में शहीद हो गए । थाका की शादी 24 फश्रवरी को होनी है जिसके लिए उन्‍होने छुट्टी अप्‍लाई की हुई थी । 13 फरवरी तक भी उनकी छुट्टी को लेकर कोई जवाब नहीं आया था । 14 फरवरी थाका भी अपने दूसरे साथियों के साथ जम्मू के बेस कैंप से श्रीनगर जाने के लिए गाड़ी में चढ़े थे । लेकिन उस दिन वो सफर थाका का नहीं था ।

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मोबाइल पर आया मैसेज, बच गई जान
इससे पहले कि थाका भी बस के साथ रवाना होते तभी उन्हें मोबाइल पर एक मैसेज मिलता है । इस मैसेज में उनकी छुट्टी मंजूर होने की बात लिखी थी । थाका बेलकर बस से उतरते हैं, साथियों से विदा लेते हैं और अपने गांव के लिए रवाना हो जाते हैं । थाका रास्‍ते में ही थे कि उन्‍हें अपने साथी जवानों की बस में विस्‍फोट की खबर पता चलती है । उन साथियों को जिनसे वो अपनी शादी की मुबारकबाद लेकर आए थे, हंसते मुस्‍कुराते पीछे छोड़ आए थे वो अब नहीं रहे ।

परिजन खुश लेकिन 40 जवानों की शहादत का गम
बेलकर के परिजनों ने भी बातचीत में बताया कि उन्‍हें तो ये सब भगवान की कृपा ही लगती है । कि उनका बेटा सकुशल लौट आया । लेकिन बेटे के लौटने की खुशी से ज्‍यादा 40 जवानों की शहादत का गम है जो उस दिन शहीद हो गए । बेलकर के पिता ने कहा कि बेटे की शादी का अब तो कोई उत्‍साह भी नहीं बचा । खुद थाका बेलकर भी अपने इतने सारे भाईयों की शहादत से दुखी हैं ।