युद्ध पर जानिए क्या कहते हैं राजनीति के धुरंधर प्रशांत किशोर, क्यों कहा ‘राष्ट्रपिता कायर नहीं थे’
‘वास्तव में वे उन सबसे बहादुर लोगों में से एक थे, जिन्हें मानवता ने अबतक देखा है । सोशल मीडिया पर अंधराष्ट्रभक्ति, नासमझी में युद्ध की बात किए जाने को बहादुरी नहीं समझा जाना चाहिए ।’
New Delhi, Mar 01 : जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने देश के ताजा माहौल पर बयान दिया है । प्रशांत किशोर ने युद्ध को लेकर ऐसा बयान दिया है जिसे लेकर युद्ध की मांग करने वाले भी एक बार जरूर सोचेंगे । प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर लिखा – ‘युद्ध को न’ (#Saynotowar) कहना कायरता नहीं, राष्ट्रपिता कायर नहीं थे।‘ प्रशांत किशोर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को इस बहस में लाकर एक नई बहस ही शुरू कर दी । महात्मा गांधी शांति दूत के रूप में जाने जाते हैं और वो कभी भी हिंसा के पक्ष में नहीं रहे ।
प्रशांत किशोर का ट्वीट
भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच प्रशांत किशोर ने युद्ध को लेकर बड़ी बात कही है ।उन्होने कहा कि सोशल मीडिया पर अंधराष्ट्रभक्ति, नासमझी में युद्ध की बात किए जाने को बहादुरी के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए । उन्होने ट्वीट किया कि ‘युद्ध को ना’ कहना कायरता नहीं है । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी किसी भी युद्ध के विरूद्ध थे और वे निश्चित रूप से कोई कायर नहीं थे । वास्तव में वे उन सबसे बहादुर लोगों में से एक थे, जिन्हें मानवता ने अबतक देखा है । सोशल मीडिया पर अंधराष्ट्रभक्ति, नासमझी में युद्ध की बात किए जाने को बहादुरी नहीं समझा जाना चाहिए ।
समझदारी से बात करें
प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर देशवासियों से समझदारी और संयम से काम लेने को कहा है । उन्होने कहा – भारत को केवल एक अभिनंदन को वापस लाने की जरूरत है । बाकी सबके लिये इंतजार किया सकता है । ‘युद्ध को ना’ कहने के प्रति समझदार बनें । प्रशांत किशोर का बयान बुधवार देर रात आया, तब तक पाकिस्तान विंग कमांडर अभिनंदन की गिरफ्तारी की बात मान चुका था । जिसके बाद से ही #Saynotowar ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा । हालांकि इसे लेकर सभी की अपनी – अपनी राय है । कई लोग अब भी भारत5पाक समस्या का समाधान युद्ध को ही मानते हैं ।
भारत ने पाकिस्तान को दिखाया आईना
पुलवामा हमले और उसके बाद भारत की ओर से पाक सीमा में घुसकर जैश अतंकियों पर हुई कार्रवाई ने भारत को दुनिया में एक नए देश के तौर पर पहचान दिलाई है । हम निडर देश के रूप में सामने आए हैं, तभी तो विंग कमांडर अभिनंदन को वापस करने में पाकिस्तान जो डील करना चाहता है उसमें वो नाकामयाब रहा । भारत ने पाकिस्तान से किसी भी तरह की बातचीत, डील, समझौते से साफ इनकार कर दिया । खास बात ये भी रही कि भारत को इस स्टैंड पर यूएस, ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई देशों का समर्थन मिला । यहां तक कि चाइना और रूस भी भारत के साथ नजर आए । अब ऐसे में युद्ध की संभावनाएं तो बहुत ही कम हैं लेकिन अगर ऐसी कोई बात हो भी जाएं तो भारत इससे लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है ।
#SayNoToWar is not cowardice. The father of the nation was opposed to any war and he certainly was no coward. In fact he was one of the bravest that humanity has ever seen. Social media jingoism and mindless warmongering should not be mistaken for bravery!!
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) February 28, 2019