कपिल सिब्‍बल ने आतंकियों की संख्‍या पर पूछा सवाल तो केन्‍द्रीय मंत्री राज्‍यवर्धन राठौर ने ये कहकर चुप करा दिया

कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता कपिल सिब्‍बल ने ट्वीट कर सवाल पूछा है – उन्‍होने लिखा कि जब विदेशी मीडिया बालाकोट में एक भी कैजुअलिटी होने से इनकार कर रही है तो आप क्‍या आतंकवाद का राजनीतिकरण करने के दोषी नहीं हैं ।

New Delhi, March 06 : पुलवामा हमले के बाद से ही आतंकवाद को लेकर देश में गहमा गहमी का माहौल है । अपने 45 जवानों की शहादत कोई भी देश भला कैसे बर्दाश्‍त कर पाता । 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने अदम्‍य साहस का परिचय दिया और 12 मिराज 2000 के साथ पाकिस्‍तान के एयरस्‍पेस में घुसकर जैश के सबसे बड़े टेरर कैंप को ध्‍वस्‍त कर दिया । हमले ने पाकिस्‍तान को जोरदार झटका दिया । उसके बाद हुए घटनाक्रम धीरे-धीरे कर राजनीति का रंग लेने लगे । विपक्ष का आरोप है कि सरकार शहादत का राजनीतिकरण कर रही है । बढ़ाचढ़ाकर बातें कर रही है । जबकि सरकार की ओर से विपक्ष पर देश हित से विपरीत बात किए जाने के आरोप लग रहे हैं । एक बयान कपिल सिब्‍बल की ओर से भी आया जिसका जवाब भी उन्‍हें उसी अंदाज में मिला ।

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कपिल सिब्‍बल का ट्वीट
एयरस्‍ट्राइक के बाद बालाकोट में 250 से ज्‍यादा आतंकियों को मारे जाने का दावा भारत सरकारकी ओर से किया गया । हालांकि ये आंकड़ा कहां से आया इस पर कोई बयान सरकार की तरफ से नहीं आया । बस इसे लेकर ही विपक्ष सरकार को घेर रही है । कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता कपिल सिब्‍बल ने ट्वीट कर सवाल पूछा है – उन्‍होने लिखा कि जब विदेशी मीडिया बालाकोट में एक

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https://www.youtube.com/watch?v=Hswutv9m0bk

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भी कैजुअलिटी होने से इनकार कर रही है तो आप क्‍या आतंकवाद का राजनीतिकरण करने के दोषी नहीं हैं ।

राज्‍यवर्धन सिंह राठौर का ट्वीट
कपिल सिब्‍बल के इस ट्वीट का जवाब केन्‍द्रीय मंत्री राज्‍यवर्धन सिंह राठौर ने दिया । उन्‍होने लिखा – कपिल सिब्बल जी, आप खुद की इंटेलिजेंस एजेंसियों से ज्‍यादा अंतर्राष्ट्रीय मीडिया को मानते हैं? आपको खुशी होती है जब ये मीडिया एयरस्‍ट्राइक में कोई हताहत नहीं हुआ की बात कहता है ? राठौर आगे लिखते हैं, सर, हमारे लिए आप ईवीएम के खिलाफ सबूत खोजने के लिए लंदन गए थे, क्या आप कृपया बालाकोट में भी जांच करने जाएंगे?

मारे गए आतंकियों की संख्‍या ?
बालाकोट में मारे गए आतंकियों की संख्‍या का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, दरअसल नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (NTRO) के सर्विलांस से ये खुलासा हुआ कि जब बालाकोट में भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक की थी उस समय वहां पर 280 से ज्यादा मोबाइल फोन एक्टिव थे । एनटीआरओ की ये जानकारी साफ कह रही है जिस वक्‍त भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में जैश एमोहम्‍मद के ठिकानों पर एयरस्‍ट्राइक किया उस वक्‍त वहां 250 से ज्‍यादा मोबाइल एक्टिव थे, यानी इतने ही आतंकियों के वहां होने और एयरस्‍ट्राइक में मारे जाने का ये पक्‍का सुबूत माना जा सकता है । सूत्रों के मुताबिक NTRO ने  भारतीय वायुसेना को बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के कैंप में 280 से ज्यादा मोबाइल फोन एक्टिव होने की जानकारी हमले से ठीक पहले दी थी ।