उस रात बालाकोट में स्‍थानीय लोगों ने देखा था कयामत का मंजर, सरहद पार से ही आया एयरस्‍ट्राइक का बड़ा सुबूत

मोहम्मद नईम के नाम के इस शख्‍स ने इंडिया टुडे की SIT को फोन पर अपनी पहचान की पुष्टि की है । उससे क्‍या कुछ पूछा गया और क्‍या कुछ जानकारी हाथ लगी सब आगे पढि़ए ।

New Delhi, Mar 12 : बालाकोट में 26 फरवरी को तड़के क्‍या हुआ, भारत की ओर से जैश के ट्रेनिंग कैंप पर की गई हवाई कार्रवाई में कितना नुकसान हुआ । क्‍या पाकिस्‍तान के दावे सच हैं । ऐसे कई सवाल एयरस्‍ट्राइक के बाद से लगातार लोगों के जहन में उठ रहे हैं । देश को सेना के शौर्य पर जरा भी शंका नहीं, लेकिन मामले को हो रही रानीति ने कई सवाल खड़े कर दिए है । वहीं पाकिस्‍तान की ओर से सामने आ रही तस्‍वीरें, बयान दुनिया को गुमराह कर रहे हैं । इस बीच आई है एक ऐसी खबर जिसे जानकर सुबूत ब्रिगेड जरूर चुप बैठने वाली है ।

Advertisement

इंडिया टुडे की एक्‍सक्‍लूसिव रिपोर्ट
इंडिया टुडे की इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उनकी इनवेस्टिेगेटिव टीम को जैश ठिकानों केपास चल रही एक मस्जिद के कारिंदे, यानी कि वहां काम करने वाले एक शख्‍स के कुछ ऐसे टेप हाथ लगे हैं जिसमें उसने 26 फरवरी तड़के हुई कार्रवाई का और उसके बाद का एक-एक ब्‍यौरा दिया है । मोहम्मद नईम के नाम के इस शख्‍स ने इंडिया टुडे की SIT को फोन पर अपनी पहचान की पुष्टि की है । उससे क्‍या कुछ पूछा गया और क्‍या कुछ जानकारी हाथ लगी सब आगे पढि़ए ।

Advertisement

मारे गए लोगों की संख्‍या के बारे में सवाल
मोहम्मद ने SIT से फोन पर बात करते हुए यह बताया कि सेहरी की नोर मस्जिद से बोल रहा है, जो बालाकोट के जैश ठिकानों के एकदम पास स्थित है । टीम के रिपोर्अर ने जब उससे जानना चाहा कि भारत की एयर स्ट्राइक में कितने लोग मारे गए तो उसने बताया कि मैंने देखा जो पढ़ा, पाकिस्तानी सेना के 4 या 5 लोग मारे गए । जब नईम से ये पूछा गया कि क्‍या वाकई में पाक सेना के जवान मारे गए हैं तो उसने इसकी पुष्टि की ।

Advertisement

स्‍थानीय लोगों ने बताया कयामत का मंजर
मोहम्‍मद नईम ने जो कहा उस बात को पुख्‍ता करने के लिए टीम ने बालाकोट की एक दूसरीमस्जिद के इमाम रहमान से संपर्क साधा । रहमान ने भी भारतीय वायुसेना की बमबारी की पुष्टि की , उन्‍होने इस घटना को ‘क़यामत का मंज़र’ बताया । रहमान के मुताबिक भारत की ओर से हुई इस कार्रवाई में भारी नुकसान हुआ है । रहमान ने फोन पर ही टीम को बताया कि एक इमारत को काफी नुकसान पहुंचा है । ये धमकाके इतने जोरदार थे कि सब उठ गए । लगातार 4 से 5 धमाके हुए जिससे सब सहम गए थे ।

पाकिस्‍तान का झूठ भी आया सामने
वहीं मीडिया एसआईटी की इस पड़ताल में पाकिस्‍तान के झूठ का भी पर्दाफाश हो गया । एफ 16 विमान भारतीय मिग द्वारा गिराया गया, इसका सुबूत PoK के एक पुलिस अधिकारी ने दिया । उसने दावा किया कि हवा में विमानों के टकराव के दौरान पाकिस्तान के F-16 विमान का मलबा जहां गिरा था, उसे ही उस जगह की घेराबंदी और सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी । छपी खबर के अनुसार PoK के भिंबर में मौजूद पुलिस स्टेशन को मीडिया SIT के रिपोर्टर ने खुद को पाकिस्तानी सेना का खुफिया अधिकारी बताते हुए फोन किया था, जिसके चलते उसने सब सच बता दिया । इस अधिकारी ने ये भी बताया कि उन्‍हें और वहां मौजूद पूरी टीम को एफ 16 से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी देने से सख्‍त मना किया गया है ।