UN में मसूद अजहर के लिए फिर पनपा चीन का प्रेम, भारत का प्रस्ताव किया रद्द, फिर उठने लगी बड़ी मांग

भारतीयों ने क्रिकेट मेच में , खासतौर पर आईपीएल के दौरान चीनी प्रायोजक कंपनियों के बहिष्‍कार की मांग की है । लोगों का कहना है बीसीसीआई को ये कदम उठाना चाहिए ।

New Delhi, Mar 14 : संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ में चीन एक बार फिर भारत की राह में रोड़ा बना है । चीन ने एक बार फिर अपना दोगला चेहरा दुनिया को दिखा दिया है । पाकिस्‍तान से संचालित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर को लेकर चीन ने वीटो पावर का इस्‍तेमाल किया है । चीन ने मसूद को ग्‍लोबल आतंकी घोषित किए जाने के भारत के प्रस्‍ताव को रद्द करवा दिया है । यूएन में ये चौथा मौका है जब चीन ने मसूद को बचाया है । चीन के इस कदम के बाद से भारत में गुस्‍से की लहर है ।

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भारत में गुस्‍सा
यूएन में चीन के इस दोगले रवैये ने भारत को सख्‍त नाराज कर दिया है । भारतीयों ने सोशलमीडिया पर #BoycottChina और #Boycottchineseproducts नाम से चीनी सामानों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है । लोग अब कह रहे हैं कि भारत में चीन से आने वाले हर सामान को खरीदना बंद कर देना चाहिए । क्‍योंकि चीन आतंकियों का खात्‍मा करने की बजाय उनकी सुरक्षा में जुटा है । लोगों ने चीन के Oppo, VIVO, Huawei, Redmi, one plus, Gionee कंपनी के मोबाइल फोन तक बैन करने की मांग की है ।

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एप्‍स को डिली करने की मांग
चाइनीज प्रोडक्‍ट ही नहीं सोशल मीडिया पर लोग अपील कर रहे हैं कि लोगों को अपने फोन से चाइनीज एप को भी डिलीट कर देना चाहिए । इन एप्‍स में Tiktok, like, helo, Shareit, UC Browser, PUBG Mobile game जैसे दर्जनों एप हैं, जिन्‍हें लोगों से अनइंस्‍टॉल करने की मांग उठ रही है । भारतीयों ने क्रिकेट मेच में , खासतौर पर आईपीएल के दौरान चीनी प्रायोजक कंपनियों के बहिष्‍कार की मांग की है । लोगों का कहना है बीसीसीआई को ये कदम उठाना चाहिए ।

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सरकार पर विपक्ष के सवाल
वहीं यूएन में मसूद अजहर पर चीन के यूटर्न को लेकर कांग्रेस ने सरकसार को जमकर घेरा है । इसे मोदी सरकार की कूटनीतिक विफलता करार दिया गया है । कांग्रेस ने ये भी आरोप लगाया कि पाकिसतान ने तो आतंकियों पर कोई कार्रवाई की ना ही मसूद अजहर को ग्‍लोबल आतंकी ही करार दिया गया। मोदी सरकार की ये बहुत बड़ी हार है । आपको बता दें चीन मसूद अजहर के खिलाफ सबूत ना होने की बात कह रहा है । चीन इस बात पर अड़ा हुआ है आतंकी संगठन जैश ए मोहम्‍मद और मसूद अजहर को कोई संबंध ही नहीं है । आपको बता दें अजहर को यूएन की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति के तहत प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका की ओर से 27 फरवरी को रखा गया था। बीते 10 साल में संयुक्त राष्ट्र में अजहर को ग्‍लोबल आतंकी घोषित कराने का यह चौथा प्रस्ताव था।

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