मोदी के सामने ताल ठोंकने की तैयारी में ये नेता, वाराणसी से चुनाव लड़ने का कर दिया ऐलान

“मैं सांसद या विधायक नहीं बनना चाहता. अगर ऐसा होता तो मैं सुरक्षित सीट चुनता । प्रधानमंत्री को जब पता चला कि हम वाराणसी में उन्हें चुनौती देने वाले हैं तो उन्होंने इलाहाबाद में स्वच्छता कर्मियों के चरण पखारने शुरू कर दिये ।”

New Delhi, Mar 16 : वाराणसी में इस बार मुकाबला कड़ा होने वाला है, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी का यहां से चुनाव मैदान में उतरना तय है । वहीं दूसरे कद्दावर चेहरे भी यहां कड़ी टक्‍कर देने की तैयारी में हैं । उधर भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने साफ कर दिया है कि वो पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ेंगे । चंद्रशेखर ने शुक्रवार शाम एक रैली में ऐलान किया कि वो अमेठी में भी स्मृति ईरानी के खिलाफ उम्मीदवार उतारेंगे । भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने बीएसपी संस्थापक कांशीराम की बहन के साथ एक रैली को संबोधित किया ।

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वाराणसी से चुनाव लड़ने का ऐलान
चंद्रशेखर ने शुक्रवार को रैली में एलान किया कि वह वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफलोकसभा चुनाव लड़ेंगे । चंद्रशेखर का ये कदम सपा-बसपा गठबंधन के लिए झटका माना जा रहा है । बसपा दलितों की राजनीति करती है, भीम आर्मी भी कुछ समय यूपी में दलितों को लामबंद करने की कोशिश में है । ऐसे में प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर हुए गठबंधन के लिए ये खबर चुनौती हो सकती है ।

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स्‍मृति के खिलाफ भी उतारेंगे उम्‍मीदवार
उत्तर प्रदेश में दलितों को साधने की कोशिश में जुटी भीम आर्मी के संस्‍थापक चंद्रशेखर ने कहा कि वह केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ और बीजेपी के विरूद्ध जहां मजबूत प्रत्याशी की जरूरत हुई वहां भी अपने उम्मीदवार उतारेगी । ये रैली बीएसपी संस्थापक कांशीराम की 85वीं जयंती के मौके पर आयोजित की गई थी । चंद्रशेखर ने कहा कि वो वाराणसी से मोदी को दोबारा नहीं आने  देंगे । चंद्रशेखर ने कहा – “मैं संविधान और दलितों के अधिकारों की रक्षा के लिए वाराणसी में नरेंद्र मोदी को चुनौती दूंगा । मैं सांसद या विधायक नहीं बनना चाहता. अगर ऐसा होता तो मैं सुरक्षित सीट चुनता । प्रधानमंत्री को जब पता चला कि हम वाराणसी में उन्हें चुनौती देने वाले हैं तो उन्होंने इलाहाबाद में स्वच्छता कर्मियों के चरण पखारने शुरू कर दिये ।”

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चंद्रशेखर ने दी खुली चेतावनी
देश के अलग – अलग हिस्‍सों में दलितो के साथ हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए चंद्रशेखर ने कहा – “तानाशाह तो तानाशाह होता है. वह कभी शुभचिंतक नहीं हो सकता. इसलिए मैंने कहा कि हम भीमा कोरेगांव को दोहरा सकते हैं. अभी तक इसकी जरूरत नहीं पैदा हुई है, लेकिन अगर संविधान पर हमला हुआ हो हम ऐसा कर सकते हैं.” भीम आर्मी का आरोप है कि सामान्य श्रेणी के कमजोर लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का नरेंद्र मोदी सरकार का फैसला संविधान पर हमला है और बीजेपी के हितों को साधने वाला है ।

प्रियंका गईं थीं मिलने
कांग्रेस महासचिव और पूर्वी यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर से अस्पताल में मुलाकात की, करीब सात मिनट हुई मुलाकात सोशल मीडिया पर खूब छाई रही । मुलाकात के बाद चंद्रशेखर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मानवता के नाते कांग्रेस महासचिव मुझसे मिलने आई थी । भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने कहा कि मुझे चुनावी राजनीति नहीं करनी है, मुझे चुनाव नहीं लड़ना है,  लेकिन वाराणसी ने नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का सिर्फ एक ही मकसद है कि कहीं गठबंधन या दूसरी पार्टी मोदी के सामने कोई कमजोर प्रत्याशी ना खड़ा कर दे, जिससे मोदी आसानी से चुनाव जीतकर संसद ना पहुंच जाएं।