सरकार और करोबार के हालातों पर बड़ी बात कह गए मनमोहन सिंह, दो टूक शब्दों से गणित समझा दी
“समाज तभी प्रगति करता है जब रचनात्मकता को मौका मिलता है कि वह यथास्थिति को चुनौती दे सके”
New Delhi, Mar 16 : पूर्व प्रधानमंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान मौजूदा सरकार और देश के कारोबार के हालात को लेकर जमकर निशाना साधा । मोदी सरकार को उनकी नीतियों को लेकर निशाने पर लिया । मनमोहन सिंह ने कहा कि देश के मौजूदा हालात देशहित में नहीं है । ऐसी व्यवस्था किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी नहीं कही जा सकती । सिंह के मुताबिक वर्तमान समय में लोग मोदी सरकार से विश्वास खो रहे हैं जो विकास की राह में रोड़ा है ।
“कारोबारियों के विश्वास को ठगा गया”
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एक अर्थशास्त्री भी है, वो अर्थ की पकड़ को बहुत ही बारीकी सेसमझते हैं । पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान समय में कारोबार जगत का मोदी सरकार से विश्वास खत्म हो गया है । सिंह ने कहा कि कारोबारियों को यह कभी महसूस नहीं होना चाहिए कि एजेंसियां या अधिकारी उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं । अगर ऐसा होने लगे तो देश अपने आप कमजोर हो जाएगा ।
मनमोहन सिंह ने कहा
यहां एक समारोह में मनमोहन सिंह ने 1991 में उदारीकरण की शुरुआत का उदाहरण देते हुए अहम बातें कहीं । उन्होने कहा – ”समाज तभी प्रगति करता है जब रचनात्मकता को मौका मिलता है कि वह यथास्थिति को चुनौती दे सके. 1991 में हमारे देश ने एक कठिन विकल्प का सामना किया और हमें सोच को बदलना पड़ा कि हम कैसे अपने करोड़ों लोगों की जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं। ”
एजेंसियों का खौफ बैठ गया है : सिंह
मनमोहन सिंह ने कहा कि ” मौजूदा हालात में कारोबारियों, कारोबारी समुदाय के बारे में कई नकारात्मक धारणाएं बनाई गई हैं । इन्हें एजेंसियों के खौफ का अनुभव कराया गया है । एक शत्रुतापूर्ण विमर्श तैयार किया गया है जिससे न सिर्फ हमारे अपने कारोबारियों का भरोसा खत्म होगा बल्कि दूसरे देशों की सरकारों और कारोबारियों के दिमाग में भी संदेह पैदा होगा।” उन्होने कहा कि ”ईमानदार कारोबारियों और असल उद्यमियों को कभी भी यह महसूस नहीं होने देना चाहिए कि राजस्व अधिकारी उन्हें परेशान कर रहे हैं। दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार और कारोबार जगत के बीच विश्वास खत्म हो गया है।” हालांकि पूर्व प्रधानमंत्री ने देश में हो रहे बदलाव पर कहा कि ये होते रहना चाहिए । और वो युवा उद्मियों के प्रयास से खुश हैं ।