चुनावी मैदान में युधिष्ठिर को उतारने की तैयारी, बीजेपी लगा सकती है बड़ा दांव

गजेन्द्र चौहान साल 2004 में बीजेपी से जुड़े थे, 2015 में उन्हें एफटीआईआई का चेयरमैन नियुक्त किया गया था।

New Delhi, Mar 22 : साल 1988 में बी आर चोपड़ा द्वारा निर्मित महाभारत में युधिष्ठिर का रोल करने वाले गजेन्द्र चौहान बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर सकते हैं, चौहान साल 2004 में बीजेपी से जुड़े थे, 2015 में उन्हें एफटीआईआई का चेयरमैन नियुक्त किया गया था, जिसके बाद वहां के छात्रों के उनका विरोध किया था, हालांकि उन्होने अपना कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा किया, अब दावा किया जा रहा है कि गजेन्द्र चौहान बीजेपी के टिकट पर मुंबई से चुनाव लड़ सकते हैं।

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चौहान ने क्या कहा
एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए गजेन्द्र चौहान ने कहा कि वो इस बारे में पार्टी से बिना सहमति लिये कुछ भी नहीं कह सकते, उनके कहा कि देखिये मैं इस बारे में कोई बयान नहीं दे सकता, लेकिन अगर मुझे बीजेपी चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी देती है, तो मैं पीछे नहीं हटूंगा।

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प्रियंका पर भी खुलकर बोले
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को महासचिव बनाया है, इस पर उन्होने कहा कि इससे कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा, प्रियंका गांधी उन लोगों की तरह है जो चुनाव के बरसात में बरसाती मेंढक की तरह सामने आ जजाते हैं, अगर उन्हें देश की जनता की इतनी ही फिक्र होती तो सालों पहले देशसेवा में लग जाती, लेकिन अब वो एक बेहतर पद पाने के लिये और भाई राहुल के साथ खड़े होने के लिये मैदान में उतरी है।

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चेहरा मिलने से कोई महान नहीं होता
गजेन्द्र चौहान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रियंका गांधी और उनकी दादी इंदिरा गांधी के बीच की समानता को भुनाना चाहती, हालांकि कांग्रेस को इसका फायदा बिल्कुल नहीं मिलेगा, सिर्फ चेहरा मिलने से कोई महान नहीं हो जाता, इंदिरा गांधी कमाल की नेता थीं, लेकिन प्रियंका बस उनकी छवि मात्र है। अमिताभ बच्चन के तो कई डुप्लीकेट हैं, लेकिन क्या उनके भी वैसा ही काम मिलता है, जैसा महानायक को।

बी ग्रेड फिल्मों के लिये जाने जाते हैं
आपको बता दें कि गजेन्द्र चौहान अपने फिल्मी करियर में कई बी ग्रेड फिल्मों और कुछ भक्ति फिल्मों के लिये जाने जाते हैं, मुख्य धारा की फिल्मों में उनका साइड रोल ही किया, हां, कुछ धारावाहिक में भी उन्होने कुछ किरदार निभाये हैं, अब वो राजनीति के माध्यम से लोगों की सेवा करना चाहते हैं।