पीएम मोदी का मायावती पर अब तक का सबसे बड़ा हमला, पूछा कहां हैं सेकुलर झंडा लेकर घूमने वाले

पीएम मोदी ने तथाकथित सेकुलर लोगों पर भी भड़ास निकाली, उन्होने कहा कि मेरी चिंता देश में 24 घंटे सेकुलर झंडा लेकर घूमने वालों से है, उनके मुंह पर ताला क्यों लग गया है।

New Delhi, Apr 09 : सपा-बसपा गठबंधन के जरिये उत्तर प्रदेश में सियासी जमीन मजबूत करने में जुटी बसपा सुप्रीमो मायावती पर पीएम मोदी ने बड़ा हमला बोला है, उन्होने एक निजी न्यूज चैनल को दिये इंटरव्यू में कहा कि लगातार हार से मायावती हताश हो गई हैं, बसपा सुप्रीमो अब डूबती हुई नैया हैं, बचने के लिये मुसलमानों का सहारा ढूंढ रही हैं, पीएम ने कहा कि लगातार हार के बाद इसी तरह की बातें होती है, मायावती की मजबूरी हैं, अगर उन्हें बचना है, तो इधर-उधर करके वोट मांगती रहेंगी।

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कहां छिप गये सेकुलर झंडा लेकर घूमने वाले
पीएम नरेन्द्र मोदी ने तथाकथित सेकुलर लोगों पर भी भड़ास निकाली, उन्होने कहा कि मेरी चिंता देश में 24 घंटे सेकुलर झंडा लेकर घूमने वालों से है, उनके मुंह पर ताला क्यों लग गया है, अगर ऐसी ही बात किसी हिंदू समाज के लिये कही होती, तो ना जाने देश में कितनी उठापटक हो जाती, कितने अवॉर्ड वापसी वाले निकल पड़ते, कितने हस्ताक्षर अभियान शुरु हो जाते।

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क्यों चुप है जमात
नरेन्द्र मोदी ने सवालिया लहजे में पूछा कि अब ये जमात क्यों चुप है, इस जमात की चुप्पी देश के लिये चिंता का विषय है, ऐसे जमातों को एक्सपोज करने की आवश्यकता है, ये जमात हर तरह की सलेक्टिव क्यों है, क्या इससे उनके सेक्युलरिज्म को कोई चोट नहीं पहुंचती, क्या ये उनके सेक्युलरिज्म को बढावा देने की चीज थी, इसलिये सबसे बड़ा खतरा नकाबी लोगों का है।

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मायावती ने की थी मुसलमानों से अपील
आपको बता दें कि रविवार को सहारनपुर के देवबंद में महागठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए बसपा मुखिया मायावती ने बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस पर भी हमला बोला था, उन्होने कहा था कि कांग्रेस ये मानकर चल रही है, कि हम जीतें या ना जीतें, गठबंधन नहीं जीतना चाहिये। मायावती ने कहा कि मैं मुस्लिम समाज के लोगों से कहना चाहती हूं, कि अगर बीजेपी को हराना है, तो भावनाओं में बहकर वोट को बांटना नहीं।

चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान
बसपा सुप्रीमो के इस बयान पर सियासी घमासान छिड़ चुका है, चुनाव आयोग ने सोमवार को सहारनपुर के जिलाधिकारी से मामले में रिपोर्ट मांगी थी, इसके आधार पर ये देखा जाएगा, कि क्या मायावती का बयान आचार संहिता का उल्लंघन है या नहीं, मालूम हो कि आदर्श आचार संहिता के मुताबिक जाति और धर्म के आधार पर वोट मांगने की अपील नहीं की जा सकती।