चुनाव में मोदी की जीत चाहते हैं इमरान खान, वजह है बेहद दिलचस्प

पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद ही पड़ोसी देश से रिश्ते सुधारने की कोशिश की थी, लेकिन उरी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाक में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था।

New Delhi, Apr 10 : पड़ोसी मुल्क पाक के पीएम इमरान खान ने कहा है कि उन्हें ऐसा लगता है कि अगर पीएम मोदी की अगुवाई में एक बार फिर भारत में सरकार बनती है, तो भारत के साथ शांति वार्ता के लिये बेहतर माहौल बन सकता है, वजीर-ए-आजम ने ये भी कहा कि अगर भारत में अगली सरकार विपक्षी पार्टी कांग्रेस की आती है, तो राइट विंग वाली पार्टी बीजेपी से डरकर कश्मीर मसले पर पाक के साथ बातचीत से पीछे हट सकती है।

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कश्मीर मुद्दे का हल निकल सकता है
विदेशी पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर बीजेपी दोबारा सत्ता में आई, तो कश्मीर मसले का हल निकल सतता है, आपको बता दें कि अगस्त 2018 में इमरान खान पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम बने हैं, उन्होने कहा था कि मोदी के शासन में कश्मीर ही नहीं बल्कि पूरे भारत का मुसलमान अलगाव महसूस कर रहा है।

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भय और राष्ट्रवादी भावना
इमरान खान ने कहा कि मैं ये कभी सोच भी नहीं सकता, जो इस समय भारत में हो रहा है, मुसलमान होने की वजह से उन पर हमले हो रहे हैं, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की तरह मोदी भी भय और राष्ट्रवादी भावना के आधार पर चुनाव प्रचार कर रहे हैं, इस सप्ताह बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से दशकों पुराने विशेष अधिकार को खत्म करने का संकल्प लिया है, हालांकि उन्होने ये भी कहा कि ये बीजेपी का महज चुनावी स्टंट हो सकता है।

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सैन्य ताकत से हल नहीं
कश्मर पर बोलते हुए इमरान खान ने कहा कि कश्मीर में एक राजनीतिक संघर्ष था, सैन्य बलों की ताकत से इस मसले का हल नहीं निकाला जा सकता, अगर पाक की ओर से हथियारबंद आतंकी कश्मीर लजाते हैं, तो भारतीय सेना उन पर कार्रवाई करे, लेकिन इस मसले का हल बातचीत के जरिये हो।

भारत-पाक के रिश्ते तनावपूर्ण
आपको बता दें कि मोदी ने प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद ही पड़ोसी देश से रिश्ते सुधारने की कोशिश की थी, लेकिन उरी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाक में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक किया था, इसके बाद भी पाक नहीं सुधरा, फिर पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक किया, जिसके बाद से इमरान खान के सुर बदले हुए हैं, वो बार-बार भारत से बातचीत के गुहार लगा रहे हैं।