बाल-बाल बचे नवजोत सिंह सिद्धू, जा सकती थी जान, बीच हवा में हुआ कुछ ऐसा कि रह गये हैरान
बालापुर से नवजोत सिंह सिद्धू और परगट सिंह को डोंगरगांव, बिलाईगढ और सरायपाली जाना था, लेकिन हेलीकॉप्टर में फ्यूल ना होने की वजह से उन्हें वापस रायपुर आना पड़ा।
New Delhi, Apr 12 : क्रिकेटर से राजनेता बनें नवजोत सिंह सिद्धू गुरुवार को बाल-बाल बचे, दरअसल उनका हेलीकॉप्टर जब हवा में था, तभी उसका गेट खेल गया, आपको बता दें कि सिद्धू चुनाव प्रचार के लिये मुंगेली जिला (छत्तीसगढ) के बालापुर जा रहे थे, तभी हवा में उनके हेलीकॉप्टर का गेट खुल गया, अचानक गेट खुलने से सिद्धू के पास बैठे परगट सिंह घबरा गये, फिर जब रिटायर्ड ब्रिगेडियन प्रदीप सिंह ने गेट को बंद किया, तो सबकी जान में जान आई।
क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू हॉकी खिलाड़ी और पंजाब कांग्रेस के नेता परगट सिंह के साथ सुबह 11 बजे रायपुर पहुंचे थे, उन्हें बालापुर में जनसभा के लिये जाना था, लेकिन हेलीकॉप्टर ओडिशा में था, इस वजह से देरी हुई, हेलीकॉप्टर ओडिशा से रायपुर पहुंचा, तो उसकी सर्विसिंग की गई, दोपहर करीब 1.30 बजे बालापुर के लिये उसने उड़ान भरी, लेकिन 10 मिनट बाद ही हवा में सिद्धू जहां बैठे थे, उसी तरफ वाला गेट खेल गया, सभी लोग घबरा गये।
हवा में डगमगाया हेलीकॉप्टर
बालापुर से नवजोत सिंह सिद्धू और परगट सिंह को डोंगरगांव, बिलाईगढ और सरायपाली जाना था, लेकिन हेलीकॉप्टर में फ्यूल ना होने की वजह से उन्हें वापस रायपुर आना पड़ा, पूर्व क्रिकेटर के कार्यक्रम में देरी होती रही और वो फोन कर प्रभारियों पर गुस्सा जाहिर करते रहे, फिर शाम 4 बजे उनका हेलीकॉप्टर डोंगरगांव के लिये उड़ान भरी लेकिन फिर हवा में वो डगमगाने लगी।
मोबाइल के जरिये संबोधन
जैसे ही हेलीकॉप्टर हवा में डगमगाया पायलट को लगा कि इस हाल में आगे की यात्रा ठीक नहीं है, इसलिये उन्होने तुरंत पुलिस लाइन हेलीपैड पर उसे उतारने का फैसला लिया, बताया जा रहा है कि इसके बाद सिद्धू ने मोबाइल के जरिये डोंगरगांव की जनता को संबोधित किया। डोंगरगांव में मौजूद पूर्व सांसद करुणा शुक्ला के फोन पर सिद्धू ने फोन किया और करुणा शुक्ला ने अपना फोन माइक पर लगा दिया, जिसके बाद सिद्धू ने वहां की जनता को संबोधित किया।