ममता बैनर्जी पर कुमार विश्वास के शब्दबाण, सनी देओल को लेकर भी कर दिया ऐसा ट्वीट
पश्चिम बंगाल में हिंसा और सनी देओल के चुनाव मैदान में उतरने को लेकर कुमार विश्वास आज सोशल मीडिया पर सुर्खियों में हैं । एक तरफ चिंता है तो दूसरी तरफ तंज भी । खैर ये कविराज का अंदाज है, जो खबरों में है । आगे पढ़ें …
New Delhi, Apr 29 : लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान जारी हैं । जागरूक मतदाता पोलिंग बूथ तक पहुंच रहे हैं और अपने मत का प्रयोग कर रहे हैं । वहीं बंगाल के आसनसोल में कई पोलिंग बूथ से चुनावी हिंसा और झड़प के चलते मतदान बाधित हुआ । बीजेपी प्रत्याशी बाबुल सुप्रियो ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर उनकी गाड़ी को तोड़ने का भी अरोप लगाया । यहां बीजेपी-टीएमसी कार्यकर्ताओं में जमकर झड़प हुई, यहां तक कि पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा । ममता बैनर्जी के बंगाल में ऐसी घटनाएं उन पर बड़े सवाल उठाती है । कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट कर कुछ ऐसे ही सवाल दीदी से पूछे हैं ।
कुमार विश्वास का ट्वीट
कविराज कुमार विश्वास सोशल मीडिया पर अपने दिल का राजनीतिक हाल समय-समय पर प्रस्तुत करते रहते हैं । बंगाल में हो रही हिंसा को लेकर भी विश्वास ने ट्वीट किया और दीदी से पूछा कि क्या वो उसी राजनीति पर उतर आई हैं जिससे लड़ने का वादा कर वो राजनीतिक मंच पर खड़ी हुई थीं । कुमार ने प्रश्न किया तो उनके ट्वीट पर लोगों ने भी पश्चिम बंगाल की मौजूदा हालात पर चिंता जताते हुए अपने विचार रखने शूरू कर दिए ।
ममता बैनर्जी जवाब दें
कुमार विश्वास ने ट्वीट करते हुए लिखा – बंगाल में #Phase4 में हो रही हिंसा चिंताजनक है । दीदी को ये सब रोकना चाहिए, क्यूँकि वो तो वामपंथियों की ऐसी ही अराजकता से लड़कर सत्ता में आई थीं । या सत्ता के अहंकार व धन में ऐसा नशा होता है कि जिसके ख़िलाफ़ लड़कर “नायक” बनो कुर्सी पर चढ़कर उससे भी ज़्यादा बडे “खलनायक” बन जाओ? ममता बैनर्जी को निशाने पर लेकर कुमार विश्वास ने बड़ा वाजिब सवाल किया है । उनके इस ट्वीट पर उनके समर्थक भी दीदी से सवाल कर रहे हैं ।
सनी देओल पर भी ली चुटकी
कुमार विश्वास ने बीजेपी उम्मीदवार सनी देओल के चुनाव मैदान में उतरने पर भी तंज कसा है । उन्होने शब्दों के बाण चलाते हुए लोकतंत्र के मौजूदा हालातों पर चिंता व्यक्त की है । विश्वास ने ट्वीट किया – बीकानेर से धर्मेंद्र जी और मथुरा से हेमा जी ने संसद पहुँचकर जैसे हमारा लोकतंत्र मज़बूत किया, वैसे ही अपनी अंतिम फ़िल्म “भाईसाहब” के बाद गुरुदासपुर से लोकतंत्र मज़बूत करने के लिए सन्नी दयोल संसद जाने हेतु चुनाव में उतरें हैं ! हम और हमारा “लोकतंत्र” शायद यही डिज़र्व भी करते है ।
बंगाल में #Phase4 में हो रही हिंसा चिंताजनक है☹️ दीदी को ये सब रोकना चाहिए, क्यूँकि वो तो वामपंथियों की ऐसी ही अराजकता से लड़कर सत्ता में आई थीं 🙏 या सत्ता के अहंकार व धन में ऐसा नशा होता है कि जिसके ख़िलाफ़ लड़कर “नायक” बनो कुर्सी पर चढ़कर उससे भी ज़्यादा बडे “खलनायक” बन जाओ?😳
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 29, 2019
बीकानेर से धर्मेंद्र जी और मथुरा से हेमा जी ने संसद पहुँचकर जैसे हमारा लोकतंत्र मज़बूत किया, वैसे ही अपनी अंतिम फ़िल्म “भाईसाहब” के बाद गुरुदासपुर से लोकतंत्र मज़बूत करने के लिए सन्नी दयोल संसद जाने हेतु चुनाव में उतरें हैं ! हम और हमारा “लोकतंत्र” शायद यही डिज़र्व भी करते है🙏🇮🇳
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) April 29, 2019